राजकुमार हिरानी की फिल्मों के ये डायलॉग्स हमें सिखाते हैं कि खुशी केवल बाहरी परिस्थितियों से नहीं, बल्कि हमारे नजरिए और हमारे व्यवहार से आती है. तो इस अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस पर, इन जीवन के मंत्रों को अपनाएं और खुश रहें!
“ऑल इज़ वेल” – 3 इडियट्स
डर का तो पता नहीं... पर ऑल इज़ वेल बोलने से टेंशन जरूर कम हो जाती है!
3 इडियट्स का यह डायलॉग ने हर किसी की जुबान पर छा गया. यह वाक्य हमें सिखाता है कि मुश्किलों के बीच भी खुद को दिलासा देना और सकारात्मक बने रहना जरूरी है.
“जादू की झप्पी” – मुन्ना भाई MBBS
“जादू की झप्पी” सिर्फ एक गले लगना नहीं, बल्कि प्यार और अपनापन बांटने का तरीका है.
मुन्ना भाई एमबीबीएस का यह डायलॉग दिल को छूने वाला है, जो हमें यह सिखाता है कि कभी-कभी एक सच्चे दिल से लगाया गया गले किसी का दिन बना सकता है, तनाव को दूर कर सकता है और खुशियां लौटा सकता है.
“टेंशन लेने का नहीं, सिर्फ देने का!” – मुन्ना भाई MBBS
टेंशन लेने का नहीं रे बाबा, सिर्फ देने का!
इस डायलॉग में मुन्ना भाई हमें जीवन का सबसे बड़ा सबक देते हैं. यह हमें बताता है कि बेवजह की फिक्र से खुशी छिनती है, और हल्के अंदाज में जीना ही असली खुशी है.
“बोले तो गांधीगिरी ज़िंदाबाद!” – लगे रहो मुन्ना भाई
बोले तो गांधीगिरी ज़िंदाबाद!
इस डायलॉग में हिरानी ने गांधीजी के सिद्धांतों को जीवित किया, और हमें सिखाया कि प्यार, धैर्य और अहिंसा से बड़ी से बड़ी लड़ाई जीती जा सकती है. नफरत को प्यार से हराना ही असली जीत है, और इसमें जो खुशी है, वह बदले की भावना में नहीं मिलती.
“सक्सेस के पीछे मत भागो, एक्सीलेंस का पीछा करो” – 3 इडियट्स
सक्सेस के पीछे मत भागो, एक्सीलेंस का पीछा करो, सक्सेस झक मारकर तुम्हारे पीछे आएगी!