निकिता पोरवाल एक बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी हैं. वह एक थिएटर कलाकार, लेखक और पशु कल्याण की समर्थक हैं. उन्होंने 60 से अधिक नाटकों में अभिनय किया है और "कृष्ण लीला" नामक एक 250 पृष्ठों का नाटक भी लिखा है. उनकी कहानी कहने की कला और थिएटर के प्रति समर्पण उन्हें एक अनोखी पहचान देता है.