`क्योंकि हमने फिल्म की शूटिंग राजस्थान में की है, लिजो उन रंगों को चाहता था, वह उन बारीकियों, उन डिजाइनों को चाहता था. वहां मराठी संस्कृति को निर्दिष्ट करने वाली नथ (नाक की अंगूठी) है, लेकिन वहां कोई घुंघरू या अंबाड़ा नहीं है. तो यह वहां की तरह है, आप पता लगा सकते हैं, लेकिन आप निश्चित नहीं हैं कि क्या यह पूरी तरह से वैसा ही है। तो वह यही चाहता था.` सोनाली ने कहा कि निर्देशक लिजो नहीं चाहते थे कि किरदार किसी विशेष क्षेत्र से जुड़ा हो. उन्होंने कहा, `वह भारतीय लोक संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती हैं. यह खूबसूरत है.`