Updated on: 13 February, 2024 08:21 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
वसंत पंचमी (Basant Panchami 2024) पर मां सरस्वती की पूजा कर उनसे बुद्धि और विद्या के लिए प्रार्थना की जाती है. इस दिन लोग पीले या सफेद रंग के कपड़े पहने जाते हैं.
प्रतिकात्मक तस्वीर
वसंत पंचमी (Basant Panchami 2024) पर मां सरस्वती की पूजा कर उनसे बुद्धि और विद्या के लिए प्रार्थना की जाती है. इस दिन लोग पीले या सफेद रंग के कपड़े पहने जाते हैं. कई घरों में केसरिया चावल भी बनाए जाते हैं.
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वसंत पंचमी (Basant Panchami) 13 फरवरी को है.माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 13 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से होगी. अगले दिन 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर इसका समापन होगा.उदया तिथि 14 जनवरी को प्राप्त हो रही है,इसलिए इस साल वसंत पंचमी का पर्व 14 फरवरी को मनाया जाएगा.
मां सरस्वती जी की पूजा करने के दौरान उनको कुछ चीजें भी अर्पित की जाती हैं. इन चीजों को अर्पित करने से हमें देवी की कृपा प्राप्त होती है.
पीले रंग के फूल
मां सरस्वती को पीले रंग के फूल बहुत पसंद है. इस दिन मां को गेंदे और सरसों के फूल भी अर्पित कर सकते हैं.
पीली बूंदी
वसंत पंचमी को बूंदी का प्रसाद बहुत पसंद है. मां सरस्वती को बूंदी अर्पित करने से गुरु अनुकूल होते हैं.
पीले रंग के कपड़े
पीले रंग के कपड़े पहनना इस दिन अच्छा माना जाता है. पीले रंग के कपड़े इस दिन खुद भी पहनने चाहिए और देवी सरस्वती को भी अर्पित करने चाहिए.
देवी को चढ़ाई जाती हैं ये चीजें
वसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा के दौरान उनको कॉपी, पेन और पढ़ाई की अन्य चीजें भी चढ़ाई जाती हैं.हिन्दू मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से बुध ग्रह की स्थिति हमारे अनुकूल होती है. साथ ही देवी की कृपा से हमारी स्मरण शक्ति भी अच्छी होती है.हमें उनकी कृपा से अच्छा ज्ञान भी प्राप्त होता है. शिक्षा और कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह दिन खास होता है. इस दिन सुबह से स्नान आदि करके मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए. साथ ही घर में मंदिर को साफ करके पूजन करना चाहिए. माता सरस्वती को पीला चंदन जरूर लगाएं, इसे मस्तिष्क पर लगाने से विद्या का योग बनता है.
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