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mahashivratri 2024: 8 मार्च को है महाशिवरात्रि का महापर्व, यहां जानें कैसे करें पूजन

Updated on: 07 March, 2024 02:55 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर शिवरात्रि आती है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि बहुत ही खास होती है.

भगवान शिव

भगवान शिव

mahashivratri 2024: फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर शिवरात्रि आती है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि बहुत ही खास होती है.

धार्मिक मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि (mahashivratri) पर भोलेनाथ पृथ्वी पर आते हैं. सभी शिवलिंग में विराजमान होते हैं. महाशिवरात्रि (mahashivratri) पर भोलेनाथ पृथ्वी पर आए थे और मानी जाता है कि उसी दिन शिवलिंग पर भी विराजमान होते हैं.


हिंदू पंचाग के अनुसार इस महाशिवरात्रि (mahashivratri 2024) की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 8 मार्च को रात 9 बजकर 47 मिनट पर होगी. ये तिथि 9 मार्च को शाम 6 बजकर 17 मिनट तक रहेगी. इस साल महाशिवरात्रि पर 8 मार्च को प्रदोष व्रत का भी शुभ योग बन रहा है.


महाशिवरात्रि पर ऐसे करें महादेव की पूजा

महाशिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बना है. शुक्रवार को महाशिवरात्रि का त्योहार है, इस दिन शुक्र प्रदोष भी होने वाला है. फाल्गुन की त्रयोदशी तिथि और महाशिवरात्रि की पूजा का निशिता मुहूर्त एक ही दिन है. प्रदोष होने के कारण इस दिन व्रत का दोगुना फल प्राप्त होने वाला है.


  • महाशिवरात्रि के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें, फिर भोलेनाथ का नाम लेते हुए व्रत और पूजा का संकल्प लें.
  • भगवान शिव और पार्वती के मंत्रों को जपते हुए दोनों परिवारों का आशीर्वाद लें.
  • पूजन हमेशा शुभ मुहूर्त के अनुसार ही करें.
  • घर के पास शिव मंदिर जाकर शिवलिंग को प्रणाम करते हुए जलाभिषेक कर सकते हैं.
  • शिव चालीसा और शिव आरती का पाठ करें.
  • भगवान शिव को तीन पत्तियों वाला बेलपत्र चढ़ाना चाहिए.
  • भगवान शिव को हमेशा अनामिका, अंगूठे और मध्यमा अंगुली की मदद से मध्य वाली पत्ती को पकड़कर शिवजी को अर्पित करें.
  • महादेव के शिवलिंग पर जलाभिषेक के बाद बेलपत्र को चिकनी सतह की तरफ से स्पर्श कराते हुए चढ़ाया जाता है.
  • महाशिवरात्रि पर पूरे दिन मन ही मन `ऊं नमः शिवाय` का जप करना चाहिए.

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