Updated on: 07 August, 2025 09:08 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
BEST महाप्रबंधक पद पर दो अलग-अलग अधिकारियों की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कार्यालय से एक ही दिन आदेश जारी होने पर आदित्य ठाकरे ने महायुति सरकार पर तीखा हमला बोला है.
X/Pics, Aaditya Thackeray
मुंबई में सार्वजनिक परिवहन की रीढ़ माने जानेवाली BEST (बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) की महाप्रबंधक पद पर दो अलग-अलग अधिकारियों की नियुक्ति ने महाराष्ट्र की महायुति सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) और उपमुख्यमंत्री कार्यालय (DCMO) से एक ही दिन अलग-अलग आदेश जारी होने से प्रशासनिक समन्वय की पूरी पोल खुल गई है. इसी मुद्दे पर शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे) के नेता और विधायक आदित्य ठाकरे ने सरकार पर करारा प्रहार किया है.
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Dead Governance
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) August 6, 2025
आता राज्य सरकार जाणीवपूर्वक ‘BEST’ ला संपवत आहे
पण त्याहून वाईट गोष्ट म्हणजे मुख्यमंत्री आणि गद्दारनाथ मिंधे ह्यांच्यातील समन्वय हा पूर्णपणे संपलेला आहे.
मुख्यमंत्र्यांच्या GAD विभागाने (पदे व बदल्यांसाठी अधिकृत विभाग) प्रशासक म्हणून एका व्यक्तीच्या नावाने…
आदित्य ठाकरे ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “यह `डेड गव्हर्नन्स` का जीता-जागता उदाहरण है. अब राज्य सरकार जानबूझकर BEST जैसे संस्थान को खत्म करने पर तुली है. इससे भी शर्मनाक बात यह है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और `गद्दार गद्दारनाथ मिंधे` (एकनाथ शिंदे) के बीच समन्वय पूरी तरह टूट चुका है.”
उन्होंने आरोप लगाया कि एक ही पद के लिए मुख्यमंत्री के सामान्य प्रशासन विभाग (GAD), जो कि नियुक्तियों के लिए अधिकृत है, ने एक अधिकारी के नाम पर आदेश निकाला, जबकि नगरीय विकास विभाग, जो मुख्यमंत्री शिंदे के अधीन है, ने किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पोस्टिंग का आदेश दिया. यह दोहरा आदेश न सिर्फ भ्रम पैदा करता है बल्कि स्पष्ट करता है कि सरकार के भीतर संवाद और पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव है.
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा, “क्या उपमुख्यमंत्री ने आदेश जारी करने से पहले मुख्यमंत्री से बात नहीं की? क्या GAD को दरकिनार कर किसी और विभाग से पोस्टिंग आदेश निकलना नियमानुसार है? इन टकरावों और सत्ता संघर्षों में नुकसान सिर्फ महाराष्ट्र को हो रहा है. जनता को क्या जवाब दोगे?”
उन्होंने महायुति सरकार को `महाराष्ट्र के इतिहास की सबसे भ्रष्ट और अक्षम सरकार` करार दिया और BEST जैसे लोक-सेवा संस्थान की अनदेखी को "जनता के साथ गद्दारी" बताया. साथ ही पूछा, “अगर इतना बुनियादी समन्वय भी खत्म हो चुका है, तो ऐसी सरकार महाराष्ट्र का नेतृत्व कैसे कर सकती है?”
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