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मुलुंड पुलिस ने AI का उपयोग कर रहे चोरों को दबोचा, चोरी के फोन से खुला राज

Updated on: 30 March, 2025 06:33 PM IST | Mumbai
Apoorva Agashe | mailbag@mid-day.com

मुंबई पुलिस ने मुलुंड में हुई फोन चोरी की घटना का जल्दी से पता लगाने के लिए आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया और सफलतापूर्वक दो चोरों को गिरफ्तार किया.

पुलिस ने मामले में मुजम्मिल मुलानी और बिसुराज अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है. Pic/Rajesh Gupta

पुलिस ने मामले में मुजम्मिल मुलानी और बिसुराज अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है. Pic/Rajesh Gupta

मुंबई पुलिस ने हाल ही में एक उल्लेखनीय कदम उठाया, जिसमें उन्होंने मुलुंड क्षेत्र में हुई एक चोरी की घटना का पता लगाने के लिए आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया. इस घटना ने न केवल तकनीकी नवाचारों के प्रति मुंबई पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाया, बल्कि यह भी बताया कि कैसे आधुनिक तकनीकें अपराध निरोधक उपायों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती हैं.

घटना का विवरण


मंगलवार देर रात, मुलुंड निवासी कुणाल राठौड़ के फोन की चोरी हुई. शिकायतकर्ता ने पुलिस को सूचित किया कि कुछ अज्ञात अपराधियों ने उसके फोन को चुरा लिया और फिर वे एक मोटरसाइकिल पर तेजी से फरार हो गए. इस शिकायत के बाद, मुंबई पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और अपनी तकनीकी टीम को इस केस की जांच में लगा दिया.


तकनीकी जांच का प्रयोग

पुलिस ने सबसे पहले इलाके के CCTV फुटेज को खंगाला. साथ ही, एक विशेष टीम को आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके चोरी हुए फोन की लोकेशन ट्रैक करने का काम सौंपा गया. इसके लिए पुलिस ने शिकायतकर्ता के गूगल अकाउंट से जुड़ी जानकारी का उपयोग किया. गूगल की मदद से फोन की अंतिम ज्ञात लोकेशन का पता लगाने में पुलिस सफल रही.


गिरफ्तारी और परिणाम

तकनीकी जांच के माध्यम से, पुलिस ने मुंब्रा से दो संदिग्धों, 26 वर्षीय मुजम्मिल मुलानी और 29 वर्षीय बिसुराज अधिकारी को गिरफ्तार किया. इन दोनों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 379 के तहत चोरी का मामला दर्ज किया गया. इस घटना की जांच में पुलिस द्वारा तकनीकी साधनों का प्रयोग न केवल चोरी के मामलों को सुलझाने में मदद कर रहा है, बल्कि यह आम जनता में भी सुरक्षा के प्रति एक नई चेतना जगा रहा है.

समाज पर प्रभाव

इस घटना के सफल निपटारे ने मुंबई पुलिस की क्षमता और समर्पण को पुनः प्रमाणित किया है. आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल न सिर्फ अपराध की जांच में मददगार साबित हो रहा है, बल्कि यह भविष्य में अपराध निरोधन के तरीकों को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. ऐसी तकनीकी प्रगति समाज के हर वर्ग के लिए नई सुरक्षा उम्मीदें लेकर आई हैं, जिससे अपराधियों के लिए बचना मुश्किल हो गया है और आम नागरिक सुरक्षित महसूस कर सकते हैं.

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