Updated on: 06 April, 2025 12:23 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उन्होंने कहा कि जो ढांचा अनधिकृत पाया गया, उसमें छह मेकअप रूम थे और यह करीब 2,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ था.
यह संरचना लगभग 2,000 वर्ग फीट क्षेत्र में फैली हुई थी
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने शनिवार को मुंबई के मध इलाके के एरंगल गांव में एक बंगले के अनधिकृत ढांचे को ध्वस्त कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि बीएमसी ने मध मार्वे रोड पर स्थित एरंगल गांव में बंगले पर तोड़फोड़ अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि जो ढांचा अनधिकृत पाया गया, उसमें छह मेकअप रूम थे और यह करीब 2,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ था.
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मुंबई नगर निगम ने कहा कि तोड़फोड़ अभियान को पोकलेन मशीन और दो जेसीबी की सहायता से अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि बीएमसी के पी नॉर्थ वार्ड के 10 मजदूरों, चार पुलिसकर्मियों और आठ इंजीनियरों की टीम ने मिलकर अवैध ढांचे को ध्वस्त किया. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई में 3,343 अवैध संपत्तियों पर 200 प्रतिशत संपत्ति कर जुर्माना लगाने का फैसला किया है, अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नगर निकाय के इस फैसले का उद्देश्य जुर्माने की वसूली से 392.28 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करना है. मुंबई नगर निगम अधिनियम, 1888 की धारा 152(ए) के अनुसार, एक प्रावधान अनधिकृत निर्माणों के लिए संपत्ति कर पर 200 प्रतिशत जुर्माना लगाने की अनुमति देता है.
जब भी बीएमसी ने इन अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया या उनके खिलाफ कार्रवाई की, तो संपत्ति मालिकों को जुर्माना नोटिस जारी किए गए. इन प्रयासों के बावजूद, नगर निकाय वित्तीय वर्ष 2024-25 में 379.90 करोड़ रुपये वसूल नहीं कर पाया है. बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, "हमने बकाया राशि का भुगतान न करने वाले बड़े बकाएदारों को ट्रैक करने पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे इस वसूली कार्रवाई में देरी हुई. लेकिन अब जब हमने वर्ष के लिए अपना संपत्ति कर लक्ष्य पूरा कर लिया है, तो हम इन जुर्माने को वसूलने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं."
बीएमसी ने रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल करते हुए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए संपत्ति कर के रूप में कुल 6,388 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं, जो 2010 के बाद से सबसे अधिक राशि है. यह राशि नगर निकाय के 6,200 करोड़ रुपये के लक्ष्य को पार कर गई. हालांकि, विभिन्न वार्डों में काफी जुर्माना अभी भी बकाया है. सबसे अधिक जुर्माना जी साउथ वार्ड में बकाया है.
जिसमें दादर, माहिम और धारावी जैसे इलाके शामिल हैं. बीएमसी ने 3.27 करोड़ रुपये वसूल किए हैं, लेकिन 205.83 करोड़ रुपये अभी भी बकाया हैं. एच वेस्ट वार्ड, जिसमें बांद्रा, सांताक्रूज और खार वेस्ट शामिल हैं, में बीएमसी ने केवल 4.66 करोड़ रुपये वसूले हैं, जबकि 96.02 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया गया है.
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