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बोरीवली पश्चिम में गैस गीजर हादसा, 15 वर्षीय हर्षिता नालेकर की हुई मौत

Updated on: 21 October, 2025 12:26 PM IST | Mumbai
Shirish Vaktania | mailbag@mid-day.com

मुंबई के बोरीवली पश्चिम में 15 वर्षीय हर्षिता नालेकर की अपने घर में नहाते समय गैस गीजर से निकलने वाली ज़हरीली गैस के कारण मौत हो गई.

हर्षिता की याद में बिल्डिंग के बाहर शोक बैनर लगाया गया है.

हर्षिता की याद में बिल्डिंग के बाहर शोक बैनर लगाया गया है.

पंद्रह वर्षीय हर्षिता अमित नालेकर की बोरीवली पश्चिम स्थित अपने घर में नहाते समय गैस गीजर से निकली ज़हरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई. फीनिक्स अस्पताल के डॉक्टरों ने मिड-डे को बताया कि उसके शरीर में कार्बन मोनोऑक्साइड का उच्च स्तर पाया गया, जिससे उसके मस्तिष्क को गंभीर क्षति हुई. बोरीवली पुलिस ने दुर्घटनावश मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. दसवीं कक्षा (एसएससी) की छात्रा हर्षिता अपने माता-पिता के साथ बोरीवली पश्चिम के चिकूवाड़ी स्थित भूषण हेरिटेज में रहती थी. 14 अक्टूबर को हुई घटना के बाद से वह चार दिनों तक वेंटिलेटर पर रही और 18 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई.

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, घटना सुबह करीब 11:30 बजे हुई जब हर्षिता नहाने गई थी. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "कुछ ही मिनटों बाद, बाथरूम से पानी बहने लगा. उसके माता-पिता ने दरवाज़ा खोलने की कोशिश की, लेकिन नहीं खोल पाए. उन्होंने एक बढ़ई को बुलाकर दरवाज़ा तोड़ा. दरवाज़ा खोलने पर, हर्षिता अंदर बेहोश पड़ी थी." उसके माता-पिता ने तुरंत अपने पारिवारिक चिकित्सक को बुलाया और उसे बोरीवली के फीनिक्स अस्पताल ले गए.


दिमाग ने काम करना बंद कर दिया



फीनिक्स अस्पताल की चिकित्सा प्रशासक डॉ. ग्रीष्मा पटेल ने कहा, "हर्षिता को दोपहर लगभग 12 बजे भर्ती कराया गया था. जब हमने उसकी जाँच की, तो उसकी साँस नहीं चल रही थी और न ही उसकी नाड़ी चल रही थी. हमने सीपीआर किया और उसे होश में लाया, लेकिन सीटी स्कैन और एमआरआई से पता चला कि उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था. उसे वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन बाद में उसकी मौत हो गई."

डॉ. पटेल ने आगे कहा, "परिवार ने हमें बताया कि वह नहाते समय गैस गीजर का इस्तेमाल कर रही थी. उनके पारिवारिक चिकित्सक, डॉ. विजय कासुलकर ने उसकी जाँच की और उसे यहाँ भर्ती करने की सलाह दी. हमारे चिकित्सक, डॉ. अनुज मेहता ने पाया कि उसकी हृदय गति रुक ​​गई थी."


गैस गीजर खामोश हत्यारे हैं

डॉ. पटेल ने बंद बाथरूम में गैस गीजर के इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी. "ये कार्बन मोनोऑक्साइड (जहरीली, रंगहीन और गंधहीन गैस) उत्पन्न करते हैं. यह मस्तिष्क को प्रभावित करता है और सांस लेने में तकलीफ का कारण बनता है. हमने लोगों को बार-बार बंद जगहों में गैस गीजर के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी है. हर्षिता का मामला इस बात का दुखद प्रमाण है कि ये कितने घातक हो सकते हैं."

बोरीवली पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक मधुसूदन नाइक ने कहा, "हमें फीनिक्स अस्पताल से सूचना मिली कि हर्षिता गैस गीजर का इस्तेमाल करते समय बेहोश पाई गई. एक एडीआर दर्ज कर लिया गया है और जाँच जारी है." दोपहर तक संपर्क करने पर नालेकर परिवार बात करने की स्थिति में नहीं था.

गैस गीजर के इस्तेमाल के लिए सुरक्षा सुझाव

उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें. खराब वायु प्रवाह वाले बाथरूम में कभी भी गैस गीजर न लगाएँ.

एग्जॉस्ट फैन का इस्तेमाल करें. यह जमा हुए धुएं को साफ करने में मदद करता है.

नहाने से पहले गीजर बंद कर दें: इस्तेमाल के दौरान गैस गीजर चलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड निकल सकता है.

नियमित रखरखाव लीक और दोषपूर्ण कनेक्शन की जांच करें.

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