Updated on: 08 October, 2025 10:57 AM IST | Mumbai
Aishwarya Iyer
मुलुंड पुलिस ने मुंबई-पुणे एसी स्लीपर बस में यात्रियों से चोरी करने वाले 32 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर आकाश कुमार किरीटभाई पटेल को गिरफ्तार किया.
आरोपी आकाश पटेल हिस्ट्रीशीटर है. PIC/BY SPECIAL ARRANGEMENT
मुलुंड पुलिस ने मुंबई-पुणे एसी स्लीपर बस में यात्रियों से चोरी करने के आरोप में एक 32 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, आरोपी आकाश कुमार किरीटभाई पटेल, जो अगस्त में इसी तरह के एक अपराध के लिए जेल से रिहा हुआ था, एक कुख्यात अपराधी है जो यात्री बनकर अकेले ही काम करता था.
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पटेल मूल रूप से गुजरात का रहने वाला है. मामले के जाँच अधिकारी, एपीआई सुनील करांडे ने बताया, "उसका काम करने का तरीका मोबाइल ऐप के ज़रिए फ़र्ज़ी नामों से एसी स्लीपर बस के टिकट बुक करना, रात में बोरीवली या सायन से बस में चढ़ना और सोते समय यात्रियों के बैग से कीमती सामान चुराना था."
अधिकारी ने बताया कि उसका मुख्य निशाना महिलाएँ या वरिष्ठ नागरिक होते थे. उन्होंने आगे बताया कि वह सुबह जल्दी पुणे उतर जाता था और चोरी की घटनाओं का पता चलने से पहले ही मुंबई लौट जाता था. इस मामले में शिकायतकर्ता मुलुंड का रहने वाला अजय सोंडकर है. उन्होंने अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ 29 अगस्त को महाबलेश्वर जाने के लिए एक निजी एसी स्लीपर बस में तीन सीटें बुक की थीं.
रात भर की यात्रा के दौरान, उनकी पत्नी ने अपना भूरे रंग का बैग, जिसमें उनका मंगलसूत्र, अलमारी के लॉकर की चाबी और 3500 रुपये नकद थे, सीट के ऊपर लगेज रैक में रख दिया था. परिवार अगली सुबह महाबलेश्वर पहुँचा और बाद में उन्हें पता चला कि कीमती सामान गायब है.
शुरुआत में उन्हें लगा कि सामान उनके मुलुंड स्थित घर पर ही छूट गया होगा, लेकिन परिवार ने रिश्तेदारों से पूछताछ की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका. ट्रैवल कंपनी से संपर्क करने पर, सोंडकर को बस का सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें उसी दिन सुबह लगभग 4.05 बजे एक अज्ञात सह-यात्री उनकी पत्नी के बैग में हाथ डालते हुए दिखाई दे रहा था.
यह मानकर कि उस व्यक्ति ने बैग चुराया है, सोंडकर ने मुलुंड पुलिस से मामला दर्ज करवाया. चोरी की गई चीज़ों - लगभग 28 ग्राम वज़न का एक पुराना सोने का मंगलसूत्र, 3500 रुपये नकद और एक लॉकर की चाबी - की अनुमानित कीमत 2.8 लाख रुपये से ज़्यादा है. पुलिस के अनुसार, अगस्त में ज़मानत पर रिहा होने के बाद से, पटेल उसी रास्ते से चार बार यात्रा कर चुका है.
मुलुंड पुलिस ने बताया कि तकनीकी सहायता से उन्होंने पटेल का पता लगाया और सोमवार रात मीरा रोड से उसे गिरफ्तार कर लिया. करांडे ने कहा, "हमारे पास सिर्फ़ सीसीटीवी फुटेज की अस्पष्टता थी, लेकिन तकनीकी सहायता और आरोपी द्वारा बस टिकट बुक करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल ऐप के डेटा की मदद से, हम आरोपी का पता लगाने में कामयाब रहे."
पटेल के ख़िलाफ़ चार से ज़्यादा ऐसे ही मामले दर्ज हैं, जिनमें से ज़्यादातर नवी मुंबई के कमोटे इलाके में दर्ज हैं, और पुलिस को शक है कि और भी ऐसी घटनाएँ हो सकती हैं जिनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है. एक अधिकारी ने कहा, "हम इसी तरह के अपराधों के और पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं. हो सकता है कि कई मामले दर्ज ही न हुए हों." उन्होंने आगे कहा कि अपराध के पीछे का मकसद आसानी से पैसा कमाना था.
अधिकारी ने आगे बताया, "उसका हाल ही में तलाक हुआ है और वह मीरा रोड में एक किराए के अपार्टमेंट में रह रहा था. अपराध शुरू करने से पहले, उसका कपड़ों का व्यवसाय था, लेकिन वह असफल हो गया. वह कई सालों से बेरोजगार था और घरेलू और आर्थिक समस्याओं से परेशान था." पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद, पटेल फिलहाल न्यायिक हिरासत में है और पुलिस ने उससे चोरी का सारा सामान बरामद कर लिया है.
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