Updated on: 09 December, 2023 11:13 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र: केंद्र सरकार ने प्याज निर्यात पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद किसान आक्रामक हो गए हैं. शुक्रवार को नासिक में किसानों ने आगरा-मुंबई राजमार्ग को तीन स्थानों से बंद कर दिया.
फाइल फोटो
महाराष्ट्र: केंद्र सरकार ने प्याज निर्यात पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद हो गए हैं. शुक्रवार को नासिक में किसानों ने आगरा-मुंबई राजमार्ग को तीन स्थानों से बंद कर दिया. बाज़ारों में प्याज की नीलामी प्रक्रिया को रोक दिया. घरेलू बाजार में प्याज की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद किसानों ने शुक्रवार को नासिक के लासलगांव, चंदवाड, नंदगांव, डिंडोरी, येवला, उमराने और अन्य स्थानों की स्थानीय मंडियों में नीलामी रोक दी. इस मामले पर अधिकारियों ने कहा, नीलामी लासलगांव कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) में नहीं बल्कि लासलगांव एपीएमसी की विंचुर और निफाड उप-समितियों में आयोजित की गई थी. शुक्रवार को प्याज से भरी 600 गाड़ियां विंचुर पहुंचीं. शुक्रवार को प्याज की न्यूनतम कीमत 1,500रु. और अधिकतम कीमत 3,300 रुपये प्रति क्विंटल और औसतन रु. 2,700 प्रति क्विंटल थी.
इसको लेकर अधिकारियों ने कहा कि सैकड़ों किसानों ने आगरा-मुंबई राजमार्ग पर तीन स्थानों पर ट्रैक्टर पार्क किए थे. मालेगांव के जयखेड़ा, चंदवाड, उमराने, नंदगांव और मुंगसे में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया. नासिक पुलिस की अपील के बाद प्रदर्शनकारी किसान शांतिपूर्वक वहां से हट गए. प्रदर्शनकारी किसानों पर कोई बल प्रयोग नहीं किया गया. लासलगांव एपीएमसी के अध्यक्ष बालासाहेब क्षीरसागर ने कहा, `केंद्र का फैसला किसानों के पक्ष में नहीं हैं, जिससे किसानों को नुकसान होगा. पिछले पांच-छह दिनों में प्याज की कीमत में गिरावट आई है. प्रति क्विंटल प्याज की कीमत 10 रुपये है. हालांकि, 3,000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच रहे हैं. उन्होंने कीमत बढ़ोत्तरी के लिए बिचौलियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि प्याज सीधे बेचने का फैसला लेना चाहिए.
येवला में प्रदर्शनकारी किसान किरण दराडे ने कहा, ``केंद्र सरकार ने बिना किसी सूचना या शिकायत के प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया. बेमौसम बारिश और मूसलाधार बारिश से किसानों को नुकसान हुआ है. मक्का और प्याज की फसल प्रभावित हुई है. इस प्रतिबंध को जल्द से जल्द वापस लिया जाना चाहिए.`
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT