Updated on: 17 July, 2025 02:08 PM IST | Mumbai
Rajendra B Aklekar
गुरुवार को चर्चगेट रेलवे स्टेशन पर एक बड़ी आग की घटना टल गई, जो ट्रेन मैनेजर एम.एस. जोशी की त्वरित सोच और त्वरित प्रतिक्रिया के कारण संभव हो सका.
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गुरुवार को चर्चगेट रेलवे स्टेशन पर एक बड़ी दुर्घटना होने से बच गई, और इसका श्रेय जाता है स्टेशन के ट्रेन मैनेजर एम.एस. जोशी को, जिनकी सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया ने एक संभावित आग को तुरंत नियंत्रित कर लिया. यह घटना उस समय हुई जब स्टेशन परिसर में स्थित एक आइसक्रीम स्टॉल में शॉर्ट-सर्किट के कारण आग लग गई.
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जोशी उस समय मौके पर मौजूद थे और जैसे ही उन्हें आग की लपटें देखी, उन्होंने बिना समय गंवाए तुरंत कार्रवाई की. जोशी ने सबसे पहले आग बुझाने के यंत्र का उपयोग किया और आग को फैलने से पहले ही काबू पा लिया. उनकी त्वरित सोच और सही समय पर किए गए हस्तक्षेप ने न सिर्फ संपत्ति को होने वाले नुकसान को रोका, बल्कि यात्रियों और स्टेशन कर्मचारियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की.
जोशी की यह कार्रवाई एक आदर्श उदाहरण बन गई, जिसमें उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए स्थिति को नियंत्रित किया. आग की लपटें बड़ी हो सकती थीं, लेकिन जोशी के सूझबूझ से न सिर्फ एक बड़ी दुर्घटना टल गई, बल्कि सभी को सुरक्षित रखा गया.
रेलवे प्रशासन ने एम.एस. जोशी की इस बहादुरी की सराहना की और इसे साहस तथा जिम्मेदारी का एक बेहतरीन उदाहरण बताया. जोशी की त्वरित प्रतिक्रिया ने यह साबित कर दिया कि रेलवे कर्मचारियों की सतर्कता और जिम्मेदारी किसी भी संकट के समय कितनी महत्वपूर्ण होती है. उनके प्रयासों से न सिर्फ स्टेशन की संपत्ति बची, बल्कि यात्रियों की जान भी सुरक्षित रही, जो हर दिन रेलवे सेवाओं पर निर्भर होते हैं.
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