Updated on: 29 March, 2024 08:32 AM IST | mumbai
Ujwala Dharpawar
`मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि योजना गंभीर या लाइलाज बीमारियों की सर्जरी के लिए गरीब मरीजों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है. इस योजना का लाभ उठाने की पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से निःशुल्क है.`
मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि सेल प्रमुख मंगेश चिवटे ने बताया कि मीडिया की खबर सत्य पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.`
Mumbai: साल 2022 में राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि सेल (CMMRF) को पुनर्जीवित किया गया और सेल के काम का तेजी से विस्तार हुआ. इस सेल से मिलने वाली वित्तीय सहायता में भारी वृद्धि हुई है और केवल 1 वर्ष और 8 महीनों में जरूरतमंद मरीजों को 213 करोड़ से अधिक की वित्तीय सहायता वितरित की गई है. हालाँकि, इस इकाई के कार्य का दायरा बढ़ाते हुए, मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता इकाई द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए सावधानी बरती जा रही है कि इस इकाई से दी जाने वाली धनराशि का दुरुपयोग न हो और एक टीम राज्य भर के अस्पतालों का औचक दौरा कर रही है। यह इकाई और कार्य की समीक्षा. साथ ही फर्जी दस्तावेजों के जरिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने का प्रयास करने पर संबंधित अस्पताल को सीधे ब्लैकलिस्ट करने का सख्त निर्णय लिया जा रहा है.
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मंगेश चिवटे बोले, `मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि योजना गंभीर या लाइलाज बीमारियों की सर्जरी के लिए गरीब मरीजों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है. इस योजना का लाभ उठाने की पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से निःशुल्क है. साथ ही, योजना के तहत अस्पताल को गोद लेने की पूरी प्रक्रिया निःशुल्क है, यह बात चैंबर ने बार-बार कही है, यहां तक कि जब से मंगेश चिवटे ने चैंबर का कार्यभार संभाला है, तब से यह स्पष्ट रूप से कहा गया है. साथ ही यदि यह पाया गया कि मरीज/रोगी परिचारक/अस्पताल प्रशासन/अस्पताल के किसी कर्मचारी ने किसी भी प्रकार का वित्तीय आदान-प्रदान किया है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, इस प्रकार सिस्टम को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं. आज तक अधिकांश रोगियों द्वारा की गई निस्वार्थ रोगी देखभाल ने कई जरूरतमंद लोगों की मदद की है. लेकिन हाल ही में चेंबर को मीडिया से जानकारी मिल रही है कि कुछ इलाकों में खासकर मराठवाड़ा में कुछ बदमाश जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता का लाभ देने के लिए इस मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि योजना की राशि का गबन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि सेल प्रमुख मंगेश चिवटे ने बताया कि मीडिया की खबर सत्य पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.`
इस बीच, जो अस्पताल या संदिग्ध व्यक्ति फर्जी दस्तावेजों के आधार पर धन प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, उन पर मुकदमा चलाया जा रहा है और संबंधित जानकारी भी जनता को उपलब्ध कराई जा रही है. इसलिए, जहां मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता सेल से मिलने वाली मदद में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है, वहीं देखा जा रहा है कि इस सेल के प्रशासन को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिंदे और सेल के प्रमुख मंगेश चिवटे द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं.
कार्यालय के प्रमुख मंगेश चिवटे ने मरीजों या उनके रिश्तेदारों से अपील की है कि यदि मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि के तहत किसी भी अस्पताल के माध्यम से कोई अनुचित स्थिति पाई जाती है तो वे सीधे मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कक्ष के निम्नलिखित नंबर पर संपर्क करें.
मुख्यमंत्री वैद्यकीय सहाय्यता कक्ष - (022) 22026948/22025540
महाराष्ट्र में चिकित्सा देखभाल में कार्यरत सभी नर्सों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से विनम्र अपील है कि "रोगी की देखभाल" एक पवित्र कार्य है और इसका किसी भी तरह से दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए जो इस कार्य को कलंकित करता हो। यदि पाया गया तो आपके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जायेगी. महाराष्ट्र के सभी अस्पताल जो मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि योजना से संबद्ध हैं, उन्हें सूचित किया जाता है कि जरूरतमंद रोगियों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से प्राप्त राशि का पूरा उपयोग संबंधित रोगी के इलाज के लिए किया जाना चाहिए। टीडीएस एवं अन्य शुल्क की आड़ में मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से प्राप्त राशि का गबन नहीं किया जाये. मरीजों और उनके परिजनों को ये कारण बताकर गुमराह नहीं किया जाना चाहिए. सभी अस्पताल इस बात का ध्यान रखें कि यदि ऐसा पाया गया तो संबंधित अस्पताल की मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि की स्वीकृति स्थायी रूप से रद्द कर दी जायेगी तथा संबंधित अस्पताल को काली सूची में शामिल कर दिया जायेगा.
यदि महाराष्ट्र में कहीं भी दुर्व्यवहार की ऐसी घटनाएं होती हैं, तो मरीजों या मरीजों के रिश्तेदारों को तुरंत मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से संपर्क करना चाहिए.
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