Updated on: 14 November, 2023 03:51 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
लोकल (Mumbai Local) ट्रेन को मुंबई की लाइफ लाइन कहा जाता है. लोकल ट्रेन सेवाओं पर अपडेट मुंबईकरों के लिए महत्वपूर्ण हैं. अब पश्चिम रेलवे से एक बड़ी अपडेट आ रही है. पश्चिम रेलवे (WR) ने अंधेरी-चर्चगेट के बीच धीमी लाइन पर मुंबई लोकल (15 कोच) चलाने का फैसला किया है.
मुंबई लोकल ट्रेन की फाइल फोटो
लोकल (Mumbai Local) ट्रेन को मुंबई की लाइफ लाइन कहा जाता है. लोकल ट्रेन सेवाओं पर अपडेट मुंबईकरों के लिए महत्वपूर्ण हैं. अब पश्चिम रेलवे से एक बड़ी अपडेट आ रही है. पश्चिम रेलवे (WR) ने अंधेरी-चर्चगेट के बीच धीमी लाइन पर मुंबई लोकल (15 कोच) चलाने का फैसला किया है.
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इसके लिए पश्चिम रेलवे अधिकारियों ने रूट पर 15 कोच वाली ट्रेन (मुंबई लोकल) चलाने की संभावना का आंकलन करने के लिए अध्ययन शुरू किया है. फिलहाल इसका अध्ययन किया जा रहा है. इस रूट पर 12 कोच की ट्रेनें चल रही हैं. हालांकि, तीन अतिरिक्त कोच पीक आवर्स के दौरान 1200-1500 यात्रियों को समायोजित करेंगे, जिससे कुल अधिभोग दर में 25 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जिससे भीड़ नियंत्रण में अहम भूमिका रहेगी.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अंधेरी-चर्चगेट स्लो लाइन पर चरणबद्ध तरीके से 15 डब्बों की लोकल की शुरुआत की जा सकती है. परिवहन विशेषज्ञों ने कहा कि अध्ययन में मौजूदा और प्रस्तावित मेट्रो लाइनों के साथ-साथ शहर के यात्रा पैटर्न में बदलाव पर भी विचार किया जाना चाहिए.
विशेषज्ञों ने आगे कहा कि जहां दादर मध्य और पश्चिमी दोनों लाइनों को जोड़ने वाला एक पुराना और महत्वपूर्ण नोड है. वहीं, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स एक प्रमुख वाणिज्यिक और व्यावसायिक केंद्र के रूप में उभरा है, ये वे स्थान हैं जहां पीक आवर्स के दौरान अधिक भीड़ होती है इसलिए इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए क्षमता वृद्धि की योजना बनाना जरूरी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जून 2021 में अंधेरी-विरार स्लो लाइन पर 15 डब्बे की लोकल शुरू की गई. सितंबर 2022 में समान क्षमता को बढ़ाकर 27 लोकल तक कर दिया गया. इसके अलावा पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के अनुसार चर्चगेट-विरार मार्ग पर धीमी लाइन का मूल्यांकन शुरू करने के कुछ दिनों बाद यह निर्णय लिया गया है.
पश्चिम रेलवे के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि इस कारण कितना काम करना होगा. इस जांच में प्लेटफ़ॉर्म चौड़ीकरण, सिग्नलिंग और संबंधित प्रणालियों का स्थानांतरण जैसे कार्य शामिल हैं. ऐसा लगता है कि एक बार ये सारी कार्रवाई हो जाने के बाद रेलवे योजना पर आगे बढ़ सकेगा.
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