Updated on: 18 August, 2025 04:14 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
नगर निगम के वर्षामापी यंत्रों के आंकड़ों से पता चला है कि कई जगहों पर बारिश का आँकड़ा 100 मिमी के पार चला गया.
सायन के गांधी मार्केट में जांघों तक पानी भर जाने से आवाजाही बाधित हो रही है और स्कूली बच्चे जलमग्न सड़कों से होकर गुज़र रहे हैं. तस्वीर/ ऐश्वर्या अय्यर
सोमवार सुबह मुंबई एक बार फिर तेज़ मानसूनी बारिश की चपेट में आ गई. शहर के कई इलाकों में सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच सिर्फ़ चार घंटों में भारी बारिश दर्ज की गई. नगर निगम के वर्षामापी यंत्रों के आंकड़ों से पता चला है कि चेंबूर, वर्ली, दादर और परेल के इलाकों में सबसे ज़्यादा बारिश हुई, जहाँ कई जगहों पर बारिश का आँकड़ा 100 मिमी के पार चला गया.
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चेंबूर अग्निशमन केंद्र में सबसे ज़्यादा 140.80 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि दूसरे नंबर पर रेनफॉल पाइपलाइन बीएमसी रहा, जहाँ 139.60 मिमी बारिश दर्ज की गई. दोनों ही आँकड़े मध्य और पूर्वी मुंबई में बारिश की तीव्रता को दर्शाते हैं. वडाला स्थित बी. नादकर्णी पार्क म्युनिसिपल स्कूल और वर्ली सी फेस म्युनिसिपल स्कूल में 133.20 मिमी बारिश दर्ज की गई.
जबकि वर्ली नाका स्थित सावित्रीबाई फुले म्युनिसिपल स्कूल में 130.40 मिमी बारिश दर्ज की गई. वर्ली में हुई भारी बारिश के अलावा, आदर्श नगर स्कूल में भी 128.80 मिमी बारिश दर्ज की गई. अन्य स्थानों पर थोड़े कम लेकिन फिर भी उल्लेखनीय आँकड़े दर्ज किए गए. एफ साउथ ऑफिस स्थित फ्रोज़बेरी जलाशय में 118.80 मिमी बारिश दर्ज की.
परेल स्थित सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट और चेंबूर स्थित डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर कॉलोनी म्युनिसिपल स्कूल दोनों में 116.80 मिमी बारिश दर्ज की गई, और परेल स्थित एफ साउथ वार्ड ऑफिस में 113.53 मिमी बारिश दर्ज की गई. कुछ ही समय में कई इलाकों में जलभराव के साथ, ये आँकड़े दर्शाते हैं कि मुंबई का मानसून कैसे अप्रत्याशित और अत्यधिक स्थानीय बना हुआ है, जो अक्सर कुछ ही घंटों में दैनिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर देता है.
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