ब्रेकिंग न्यूज़
होम > मुंबई > मुंबई न्यूज़ > आर्टिकल > छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने के खिलाफ MVA का जोरदार प्रदर्शन, शाहू महाराज और शरद पवार ने की आलोचना

छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने के खिलाफ MVA का जोरदार प्रदर्शन, शाहू महाराज और शरद पवार ने की आलोचना

Updated on: 01 September, 2024 03:50 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar | ujwala.dharpawar@mid-day.com

महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने मुंबई के हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक पैदल मार्च निकाला.

महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने मुंबई में एकजुट होकर सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने मुंबई में एकजुट होकर सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

MVA Protest In Mumbai: मालवण में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के कारण पैदा हुए विवाद ने महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल ला दिया है. इस घटना को लेकर महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. इस मामले में उन्होंने हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक मार्च निकालते हुए `जोडे मारो` आंदोलन किया. इस मार्च में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सांसद शरद पवार, शिवसेना के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले, सांसद छत्रपति शाहू महाराज, मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष सांसद वर्षा गायकवाड़, कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के सदस्य सांसद चंद्रकांत हंडोरे, कांग्रेस के प्रदेश कार्याध्यक्ष और CWC सदस्य नसीम खान, शिवसेना सांसद संजय राउत, सांसद सुप्रिया सुले, एनसीपी नेता अनिल देशमुख, और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे समेत हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए.

छत्रपति शाहू महाराज ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने से पूरे महाराष्ट्र की जनता में गुस्सा है. उन्होंने कहा, "यह घटना न केवल महाराज का बल्कि पूरे महाराष्ट्र का अपमान है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. जो लोग इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए." शाहू महाराज ने जोर देकर कहा कि शिवाजी महाराज का सम्मान हर हाल में बरकरार रहना चाहिए और सभी को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए.


राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने इस घटना को राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार का एक स्पष्ट उदाहरण बताया. उन्होंने कहा, "प्रतिमा का गिरना भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है." पवार ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना से साफ है कि सरकारी तंत्र में गहरी जड़ें जमा चुके भ्रष्टाचार ने न केवल प्रशासनिक कार्यों को प्रभावित किया है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक प्रतीकों और महापुरुषों के सम्मान को भी नुकसान पहुंचा रहा है. पवार ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और राज्य सरकार से इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की.



इस आंदोलन से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है, और सरकार पर विपक्ष का दबाव बढ़ गया है कि वह इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करे. महाविकास आघाडी ने इस मुद्दे को लेकर और भी बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है यदि सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए.

अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK