Updated on: 06 July, 2024 03:29 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इन पेपर प्लेटों का उपयोग लोगों को नाश्ता समेत अन्य खाद्य सामग्री परोसने में किया जा रहा है.
किशोरी पेडनेकर द्वारा साझा किए गए वीडियो का स्क्रीन शॉट
मुंबई से एक और बड़ी चौंकाने वाली घटना सामने आई है. इस घटना में भी लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. फिलहाल यह बात सामने आई है कि मरीजों की मेडिकल रिपोर्ट की पेपर प्लेटें कागज से बनाई जाती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन पेपर प्लेटों का उपयोग लोगों को नाश्ता समेत अन्य खाद्य सामग्री परोसने में किया जा रहा है.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले पर बड़ा हंगामा मचा हुआ है. मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि मुंबई नगर निगम (बीएमसी) प्रशासन मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है. इस मामले में विपक्षी दल के नेताओं ने कड़ा विरोध जताते हुए संबंधित अधिकारी को नगर पालिका से निष्कासित करने की मांग की है. नगर निगम अस्पताल में विभिन्न रोगों के मरीज आते हैं. उनकी रिपोर्ट तैयार हो गयी है. इस रिपोर्ट में उनकी बीमारी के बारे में जानकारी दी गई है. हालांकि, अस्पताल की इस रिपोर्ट से प्लेट में खाना बनाए जाने पर राजनीति गरमा गई है. पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) नेता संदीप देशपांडे ने इसका खुलासा किया है. किशोरी पेडनेकर ने ट्वीट कर इस रिपोर्ट की थाली का वीडियो शेयर किया है. उन्होंने लिखा कि ये क्या हो रहा है? जागो प्रशासन. किशोरी पेडनेकर ने भी अपील की है कि इतनी अंधाधुंध कार्रवाई न करें.
अस्पताल जाते समय मरीजों की रिपोर्ट गोपनीय होती है, लेकिन उनकी पेपर प्लेट्स प्रिंट हो चुकी होती हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में अब कई सवाल उठ रहे हैं. इस घटना के बाद किशोरी पेडनेकर और श्रद्धा जाधव केईएम अस्पताल पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रशासन से बातचीत की. उनके साथ विधायक अजय चौधरी भी मौजूद रहे. इसी दौरान उन्होंने प्रशासन से इस बारे में पूछा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को ऑफिस का ज्ञान नहीं है, कोई जिम्मेदारी नहीं है, उन्हें घर पर ही रखना चाहिए. नगर निगम को कम न आंकें. किशोरी पेडनेकर ने चेतावनी दी कि मुंबई में उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जब से नगर निगम अधिकारी सुधाकर शिंदे आए हैं, तब से मुंबई में खलबली मच गई है. पहले उन्हें हटाओ. उनकी उम्र बीत चुकी है. उन्हें लगातार एक्सटेंशन भी दिया जा रहा है. उनके पीछे कौन है? पेडनेकर ने सुधाकर शिंदे को हटाने की मांग करते हुए कहा कि वह किसी के संरक्षण में बैठे हैं.
मानस नेता संदीप देशपांडे ने भी इस मामले की आलोचना की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने कहा, ``ये रिपोर्ट गोपनीय हैं. कुछ अधिकारियों ने पूरी रिपोर्ट को बकवास बता कर बेच दिया है. इन्हें केवल रिश्तेदारों को ही दिया जाना चाहिए. क्या नगर निगम इस रिपोर्ट को कबाड़ में बेचने की भीख मांग रहा है? यह ग़लत प्रकार है. इस मामले की जांच होनी चाहिए. हम अस्पताल और कमिश्नर को लिखने जा रहे हैं.`
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