Updated on: 24 September, 2024 12:19 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
गुजरात सरकार द्वारा 27 करोड़ रुपये की लागत से बाबा साहब अंबेडकर का एक भव्य स्मारक बनाया जा रहा है, जो इस वर्ष दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है.
X/Pics, Ramdas Athawale
23 सितंबर 1917 को, बाबा साहब अंबेडकर ने बड़ौदा राज्य की नौकरी से इस्तीफा देकर सयाजी उद्यान में एक पेड़ के नीचे बैठकर छुआछूत को समाप्त करने और समाज में समानता और न्याय की स्थापना का संकल्प लिया. इस ऐतिहासिक संकल्प के 107 वर्ष पूरे हो चुके हैं. हर साल 23 सितंबर को, देशभर से अंबेडकरी समाज के लोग इस पवित्र स्थल, जिसे संकल्प भूमि कहा जाता है, को नमन करने और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बड़ौदा के सयाजी गार्डन में एकत्रित होते हैं.
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संकल्प भूमि अंबेडकरी समाज के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणा का स्रोत है. इस महत्व को ध्यान में रखते हुए, गुजरात सरकार द्वारा 27 करोड़ रुपये की लागत से बाबा साहब अंबेडकर का एक भव्य स्मारक बनाया जा रहा है, जो इस वर्ष दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है. इस स्मारक में लाइट और साउंड शो के लिए 10 करोड़ रुपये का फंड केंद्र सरकार से प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा, और इस कार्य के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा गया है.
यह स्मारक चार मंजिला होगा और इसकी आंतरिक साज-सज्जा का काम तेजी से चल रहा है. इसमें बाबा साहब अंबेडकर की एक विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी और उनके जीवन की सचित्र जीवनी प्रदर्शित की जाएगी. स्मारक में एक ध्यान केंद्र भी शामिल होगा. रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि इस स्मारक का निर्माण कार्य दिसंबर तक पूरा हो जाएगा और लाइट एंड साउंड शो की स्थापना में 10 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
સંકલ્પભૂમિ સ્મારકની મુલાકાત લઈ વૃક્ષ અને ભૂમિને નમન-વંદન કરતા કેન્દ્રીય સામાજિક ન્યાય અને અધિકારીતા રાજ્યમંત્રી શ્રી રામદાસ આઠવલે@RamdasAthawale @CollectorVad @ddo_vadodara @InfoGujarat pic.twitter.com/cXb9pn0uaq
— Info Vadodara GoG (@Info_Vadodara) September 23, 2024
संकल्प भूमि, डॉ. अंबेडकर के आदर्शों और संघर्षों की गाथा को जीवंत रखने का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है, जो आने वाली पीढ़ियों को समानता, न्याय और बंधुत्व की दिशा में प्रेरित करेगा.
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