Updated on: 21 October, 2025 11:18 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
आरोप है कि बांग्लादेशी ट्रांसजेंडर ज्योति गुरु माँ मामले से जुड़े विवाद में कुछ लोगों ने किन्नर माँ संगठन का नाम बेवजह घसीटकर उसे बदनाम करने की कोशिश की है.
प्रतीकात्मक चित्र (सौजन्य: मिड-डे)
महाराष्ट्र के मुंबई में 10 से 12 ट्रांसजेंडरों ने आत्महत्या की कोशिश की है. इन सभी ट्रांसजेंडरों का राजावाड़ी अस्पताल में इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि शारीरिक, मानसिक और अनावश्यक बदनामी से तंग आकर इन सभी ट्रांसजेंडरों ने एसिड और फिनाइल पी लिया. आरोप है कि बांग्लादेशी ट्रांसजेंडर ज्योति गुरु माँ मामले से जुड़े विवाद में कुछ लोगों ने किन्नर माँ संगठन का नाम बेवजह घसीटकर उसे बदनाम करने की कोशिश की है. बताया जा रहा है कि कृष्णा अडेलकर नाम का एक व्यक्ति लंबे समय से इस संगठन के सदस्यों का शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण कर रहा था. लगातार हो रही बदनामी और अफवाहों से परेशान होकर संगठन के लगभग 10 से 12 ट्रांसजेंडरों ने यह कदम उठाया.
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सभी ट्रांसजेंडरों को तुरंत राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है. इस घटना से ट्रांसजेंडर समुदाय में गुस्सा और शोक फैल गया है. गौरतलब है कि ट्रांसजेंडर ज्योति माँ एक बांग्लादेशी नागरिक हैं, जिनकी गिरफ्तारी को इसी घटना से जोड़कर देखा जा रहा है. मुंबई के शिवाजी नगर में चमत्कारी ज्योति माँ के नाम से मशहूर 44 वर्षीय किन्नर के बांग्लादेशी नागरिक होने का खुलासा हुआ है.
पुलिस जाँच में पता चला है कि वह पिछले 30 सालों से फर्जी पहचान के साथ भारत में एक अवैध नेटवर्क चला रही थी. इस ज्योति माँ नाम की किन्नर पर 200 फर्जी किन्नर बनाने, वेश्यावृत्ति कराने, पैसे के लिए मुंबई और आसपास के इलाकों में बांग्लादेशियों को नौकरी पर रखने, फर्जी दस्तावेज बनाने और करोड़ों की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. इस किन्नर, जिसका असली नाम आयलान खान है और जो मूल रूप से बांग्लादेशी है, की गिरफ्तारी के बाद कहा जा रहा है कि उसके शिष्य ने कथित तौर पर ज़हर खाकर यह कदम उठाया. यह किन्नर पिछले 30 सालों से फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारत में रह रहा था. भारत में लोग उसे ज्योति के नाम से जानते थे, जिसे "गुरु माँ" के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन उसका असली नाम बाबू अयान खान निकला.
मुंबई के शिवाजी नगर इलाके में हाल के महीनों में, अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान ज्योति के कई सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था. मुंबई में उनकी 20 से ज़्यादा संपत्तियाँ हैं, जो निस्संदेह एक बड़ी संपत्ति है. ऑपरेशन के दौरान ज्योति को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन उनके पास आधार कार्ड और पैन कार्ड समेत सभी दस्तावेज़ होने के कारण उन्हें रिहा कर दिया गया. बाद में, जब पुलिस ने उनके दस्तावेज़ों की जाँच की, तो वे फ़र्ज़ी पाए गए, जिसके बाद उन्हें फिर से गिरफ़्तार कर लिया गया.
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