अब, जब यह पुल पुनर्निर्मित होकर फिर से चालू हुआ है, तो यह स्थानीय लोगों के लिए बड़ी राहत का कारण बन गया है. (Pics: Ashish Raje)
माटुंगा जेड ब्रिज एक महत्वपूर्ण पूर्व-पश्चिम लिंक था, जिसका उपयोग लाखों लोग करते थे, जिसमें ऑफिसवाले, छात्र, और स्थानीय निवासी शामिल हैं. इस पुल के बंद होने के कारण यात्रियों को अन्य रास्तों से यात्रा करनी पड़ी, जिससे उनका समय और ऊर्जा दोनों की बर्बादी हो रही थी.
साथ ही, यातायात की स्थिति भी बहुत जटिल हो गई थी, क्योंकि यह पुल विभिन्न मार्गों को जोड़ता था और इसके बिना कई क्षेत्रों में यात्रा करना काफी कठिन हो गया था.
पुल के पुनर्निर्माण के बाद, अब क्षेत्र में स्थित प्रमुख कॉलेज और स्कूलों के छात्र और कर्मचारी फिर से सहजता से इस पुल का उपयोग कर सकते हैं.
माटुंगा के आसपास कई महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थान हैं, जैसे कि रुइया कॉलेज, रूपारेल कॉलेज, खालसा कॉलेज, वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट और वेलिंगकर कॉलेज.
इसके अलावा, कई नगरपालिका स्कूल, एक सब्जी और फूल बाजार और कुछ प्रसिद्ध मंदिर भी इस क्षेत्र में स्थित हैं.
इन सभी स्थानों के लोग इस पुल के माध्यम से अपनी यात्रा करते थे और पुल के बंद होने से इनकी दैनिक दिनचर्या में काफी कठिनाई हो रही थी.
अब माटुंगा जेड ब्रिज का फिर से चालू होना क्षेत्र के व्यवसाय और स्कूलों के लिए एक सकारात्मक कदम है.
पुल के पुनर्निर्माण में सभी सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा गया है, और अब यह पहले से अधिक मजबूत और सुरक्षित है.
इस पुल का उद्घाटन होते ही क्षेत्र के निवासी और यात्री खुश हैं, क्योंकि अब उन्हें बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा पूरी करने में मदद मिलेगी.
माटुंगा जेड ब्रिज का फिर से खुलना क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो कई सालों तक लोगों के लिए उपयोगी रहेगा.
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