यह पुल ब्रिटिश काल में बनाया गया था और लंबे समय तक मुंबई के सेंट्रल उपनगरों को जोड़ने का अहम जरिया रहा. (PIC- ASHISH RAJE)
परेल, प्रभादेवी और लोअर परेल जैसे इलाकों में रोज़ लाखों लोगों की आवाजाही इसी ब्रिज से होती थी.
हालांकि, बढ़ते ट्रैफिक दबाव, पुराने ढांचे और नई शहरी परियोजनाओं की ज़रूरतों के चलते इसे अब हटाया जा रहा है.
एलफिंस्टन ब्रिज को तोड़कर सेवरी-वर्ली एलिवेटेड कनेक्टर के लिए रास्ता तैयार किया जा रहा है — यह नया कनेक्टर बांद्रा-वर्ली सी लिंक और मुंबई कोस्टल रोड को सीधे मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (अटल सेतु) से जोड़ेगा.
यह प्रोजेक्ट दक्षिण और पूर्वी मुंबई के बीच यात्रा समय को कम करने में बड़ी भूमिका निभाएगा.
विध्वंस कार्य के दौरान आसपास के इलाकों में ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया है, जिससे स्थानीय लोगों को कुछ असुविधा हो रही है.
वहीं, कई पुराने मुंबईकरों ने सोशल मीडिया पर एलफिंस्टन ब्रिज से जुड़ी अपनी यादें साझा की हैं.
किसी के लिए यह बचपन के सफ़र की याद है, तो किसी के लिए ऑफिस जाने का रोज़ का रास्ता.
इतिहास और आधुनिकता के इस संगम में एलफिंस्टन ब्रिज का अंत मुंबई के शहरी विकास की नई शुरुआत का प्रतीक बन गया है.
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