गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहाँ रोज़ाना बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. इस वजह से यहां और अधिक ट्रैफिक बढ़ जाता है. (PIC- ASHISH RAJE)
स्थानीय लोगों और पर्यटकों का कहना है कि अक्सर टैक्सियों के लंबे समय तक पार्क रहने के कारण सड़क पर जाम की स्थिति बन जाती है, जिससे एंट्रेंस गेट के आसपास का क्षेत्र अत्यधिक व्यस्त और असुरक्षित हो जाता है.
पर्यटकों ने बताया कि उन्हें पैदल चलते समय वाहन और टैक्सियों के बीच संघर्ष करना पड़ता है, और कई बार छोटे-छोटे हादसों का खतरा भी बढ़ जाता है.
वहीं, वाहन चालकों को भी गंतव्य तक पहुंचने में समय अधिक लगता है और उनका ट्रैफिक अनुभव तनावपूर्ण बन जाता है.
यातायात विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के पर्यटन और व्यस्त क्षेत्रों में सख्त पार्किंग नियम और ट्रैफिक कंट्रोल उपाय लागू करना बेहद जरूरी है.
अधिकारियों को चाहिए कि वे गेटवे ऑफ इंडिया के आसपास टैक्सी स्टॉप, पैदल मार्ग और यातायात प्रवाह पर नजर रखें ताकि ट्रैफिक जाम और पैदल यात्रियों की परेशानी को कम किया जा सके.
स्थानीय प्रशासन और यातायात विभाग को तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है, नहीं तो गेटवे ऑफ इंडिया जैसे ऐतिहासिक और व्यस्त पर्यटन स्थल पर ट्रैफिक संकट और पर्यटकों की असुविधा लगातार बढ़ती रहेगी.
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