6 दिसंबर, 1956 को उनका निधन हुआ था. इस दिन को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप उनके जीवन का कार्य न्याय, समानता और समाज के उत्पीड़ित वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित था। (Photos-Pradeep Dhivar)
Updated on : 05 December, 2023 06:38 IST | Ujwala Dharpawar
Share:
डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को कल दी जाएगी श्रद्धांजलि
Share:
6 दिसंबर, 1956 को उनका निधनन हुआ था. इस दिन को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप उनके जीवन का कार्य न्याय, समानता और समाज के उत्पीड़ित वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित था।
Share:
महापरिनिर्वाण दिवस वह दिन है जब 1956 में डॉ. अम्बेडकर का निधन हो गया, जिसने भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर गहरा प्रभाव छोड़ा।
Share:
डॉ. अम्बेडकर ने भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी दृष्टि और दूरदर्शिता ने उस मूलभूत दस्तावेज़ को आकार दिया जो न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के सिद्धांतों को निर्धारित करता है।
Share:
14 अप्रैल, 1891 को महू, मध्य प्रदेश में हुआ था। उन्होंने दलितों (जिन्हें पहले अछूत कहा जाता था) के अधिकारों की वकालत की और एक ऐसा समाज बनाने की दिशा में काम किया जहां हर व्यक्ति सम्मान के साथ रह सके।
Share:
शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति को पहचानते हुए, डॉ. अम्बेडकर ने जाति-आधारित उत्पीड़न की बेड़ियों को तोड़ने में इसके महत्व पर जोर दिया। वह स्वयं एक उच्च शिक्षित विद्वान थे, जिनके पास लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से डॉक्टरेट सहित कई डिग्रियां थीं।
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience
and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree
to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK