इस हादसे में किसी की हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है.
तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि इस दुर्घटना में स्कूल बस के सामने वाला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया है.
सूफी संत मखदूम अली माहिमी फ्लाईओवर, जिसे जेजे फ्लाईओवर के नाम से जाना जाता है. जो वाहन चालकों को 25 मिनट बचाता है, अब मौत का जाल बन गया है.
2.4 किलोमीटर लंबा यह ओवरपास मझगांव को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से जोड़ता है, जिससे वाहन चालकों को मोहम्मद अली रोड, अब्दुल रहमान स्ट्रीट और भिंडी बाजार की व्यस्त सड़कों से बचने में मदद मिलती है.
जेजे फ्लाईओवर पर वाहन चालक और बाइक सवार कभी-कभी अपने वाहनों को नियंत्रित करने में असमर्थ हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप घातक परिणाम सामने आते हैं.
इस साल जनवरी में, एक मोटरसाइकिल चालक और पीछे बैठे सवार की जेजे फ्लाईओवर की रेलिंग से टकराने के बाद मौत हो गई थी.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि घटना के समय मोटरसाइकिल चालक लापरवाही से वाहन चला रहा था और वाहन चालकों को ओवरटेक कर रहा था.
मृतक साकीनाका के निवासी थे, और साल्कर पेशे से सिनेमेटोग्राफर और वीडियोग्राफर थे. अधिकारियों के अनुसार, वे दक्षिण मुंबई की ओर जा रहे थे और लापरवाही से बाइक चला रहे थे, जिससे उनकी बाइक लगभग 40 मीटर दूर फिसल गई.
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