Updated on: 19 November, 2024 03:51 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
इस मामले के बीच वंचित बहुजन आघाडी के प्रदेश उपाध्यक्ष और मुख्य प्रवक्ता सिद्धार्थ मोकळे की प्रतिक्रिया ने सियासी माहौल को और गरमा दिया है.
X/Pics, Vanchit Bahujan Aaghadi
Maharashtra elections 2024: वोटिंग से ठीक एक दिन पहले की महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है. दरअसल, बहुजन विकास आघाडी ने बीजेपी नेता और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का गंभीर आरोप लगाया है. हालांकि, तावड़े ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बरामद किए गए पैसे उनके नहीं थे. इस पूरे मामले पर विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है.
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इस मामले के बीच वंचित बहुजन आघाडी के प्रदेश उपाध्यक्ष और मुख्य प्रवक्ता सिद्धार्थ मोकळे की प्रतिक्रिया ने सियासी माहौल को और गरमा दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “यहां स्पष्ट दिख रहा है कि भारतीय जनता पार्टी दोबारा सत्ता पाने के लिए बेहद निचले स्तर पर उतर आई है. आम कार्यकर्ताओं के लिए चुनाव लड़ना असंभव बना दिया गया है, और पैसे बांटकर जनता को खरीदने की कोशिश की जा रही है. यह शर्मनाक है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े एक होटल में पैसे के साथ पकड़े गए.”
सिद्धार्थ मोकळे ने यह भी कहा कि जब एक तरफ धन-लोलुप और जाति-आधारित पार्टियां धन की वर्षा कर चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं, तो दूसरी ओर वंचित बहुजन आघाडी के उम्मीदवार अपनी मेहनत की कमाई से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, “हमारे उम्मीदवारों पर हमले किए जा रहे हैं. यह न केवल लोकतंत्र पर हमला है, बल्कि यह साफ दिखाता है कि सत्ता में रहने वाले लोग चुनावी प्रक्रिया को कितना दूषित कर चुके हैं. हम पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता की भी निंदा करते हैं, जो इन हमलों के दौरान मूकदर्शक बनी हुई है.”
भारतीय जनता पक्षाने सत्ता पुन्हा मिळविण्यासाठी अतिशय खालची पातळी गाठल्याचं या ठिकाणी दिसतंय. सर्वसामान्य कार्यकर्त्यांना निवडणूक लढवणे अशक्य केले जात आहे आणि पैसे वाटून जनतेला विकत घेण्याचा प्रयत्न केला जात आहे. भाजपच्या राष्ट्रीय कार्यकारिणीत असलेला विनोद तावडे सारखा नेता… pic.twitter.com/eSZOOOkyTB
— Vanchit Bahujan Aaghadi (@VBAforIndia) November 19, 2024
सिद्धार्थ मोकळे ने जनता से अपील करते हुए कहा कि वे 20 तारीख को इन अमीर और धन-लोलुप पार्टियों को करारा जवाब दें. उनके मुताबिक, चुनाव में पैसा बांटना न केवल गैर-कानूनी है, बल्कि यह लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों के खिलाफ भी है.
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