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Cyclone Michaung: पीएम मोदी ने गृह मंत्रालय को दिया आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु को मदद जारी करने का निर्देश

Updated on: 07 December, 2023 07:04 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीएमएफ के तहत `चेन्नई बेसिन परियोजना के लिए एकीकृत शहरी बाढ़ प्रबंधन गतिविधियों` के लिए 561.29 करोड़ रुपये की पहली शहरी बाढ़ शमन परियोजना को भी मंजूरी दे दी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. तस्वीर/पीटीआई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. तस्वीर/पीटीआई

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्रालय को चक्रवात मिचौंग के कारण हुई बाढ़ के मद्देनजर एसडीआरएफ में केंद्र के योगदान की दूसरी किस्त आंध्र प्रदेश को 493.60 रुपये और तमिलनाडु को 450 करोड़ रुपये जारी करने का निर्देश दिया है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय आपदा शमन निधि (एनडीएमएफ) के तहत `चेन्नई बेसिन परियोजना के लिए एकीकृत शहरी बाढ़ प्रबंधन गतिविधियों` के लिए 561.29 करोड़ रुपये की पहली शहरी बाढ़ शमन परियोजना को भी मंजूरी दे दी है, जिसमें 500 करोड़ रुपये की केंद्रीय मदद भी शामिल है. 

भीषण चक्रवाती तूफान मिचौंग ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश को प्रभावित किया है. उन्होंने कहा, "हालांकि नुकसान की सीमा अलग-अलग है, लेकिन इन राज्यों के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे खड़ी फसलें प्रभावित हुई हैं. चक्रवाती तूफान से आवश्यक राहत प्रबंधन में राज्य सरकारों की मदद करने के लिए, पीएम नरेंद्र मोदी जी ने गृह मंत्रालय (एमएचए) को एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष) की दूसरी किस्त की केंद्रीय हिस्सेदारी अग्रिम रूप से जारी करने का निर्देश दिया. आंध्र प्रदेश को 493.60 रुपये और तमिलनाडु को 450 करोड़ रुपये.”


उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार पहले ही दोनों राज्यों को समान राशि की पहली किस्त जारी कर चुकी है. अमित शाह ने कहा, "मैं प्रभावित सभी लोगों की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं. हम इस महत्वपूर्ण घड़ी में उनके साथ खड़े हैं और यह सुनिश्चित करेंगे कि स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो." मिचौंग ने आंध्र प्रदेश में विनाश के निशान छोड़े, 770 किलोमीटर लंबी सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया, पेड़ों को उखाड़ दिया और पशुओं को मार डाला. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, मिचौंग के प्रभाव से 194 गांवों और दो कस्बों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए थे. राज्य में करीब 25 गांव जलमग्न हो गये हैं. 


तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में, मिचौंग द्वारा महानगर और पड़ोसी जिलों में कहर बरपाने के बाद निवासी कई क्षेत्रों और इसके उपनगरों में स्थिर पानी और बिजली व्यवधान से जूझ रहे हैं. एक अन्य पोस्ट में अमित शाह ने कहा कि चेन्नई पिछले आठ वर्षों में तीसरी बार बड़ी बाढ़ का सामना कर रहा है. देश में महानगरीय शहरों में अत्यधिक वर्षा होने के कारण अचानक बाढ़ आने की घटनाएं देखी जा रही हैं.

उन्होंने कहा, "एक सक्रिय दृष्टिकोण से निर्देशित होकर, प्रधान मंत्री @नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण निधि (एनडीएमएफ) के तहत `चेन्नई बेसिन परियोजना के लिए एकीकृत शहरी बाढ़ प्रबंधन गतिविधियों` के लिए 561.29 करोड़ रुपये की पहली शहरी बाढ़ शमन परियोजना को मंजूरी दे दी है, जो भी है इसमें 500 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता शामिल है". शाह ने कहा कि शमन परियोजना चेन्नई को बाढ़ प्रतिरोधी बनाने में मदद करेगी.


अमित शाह ने आगे कहा कि शहरी बाढ़ शमन प्रयासों की श्रृंखला में यह पहला है और इससे शहरी बाढ़ प्रबंधन के लिए एक व्यापक ढांचा विकसित करने में मदद मिलेगी." केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित उत्तरी तमिलनाडु का हवाई सर्वेक्षण किया और मिचौंग से हुए नुकसान पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ चर्चा की. उत्तरी तमिलनाडु के चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपेट और तिरुवल्लूर चक्रवात की चपेट में आने के बाद जलमग्न हो गए. राज्य सरकार पहले ही 5,060 करोड़ रुपये की अंतरिम केंद्रीय राहत मांग चुकी है.

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