Updated on: 16 August, 2025 02:32 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
वहीं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस दुखद घटना में मरने वालों की संख्या 60 बताई है, जबकि अज्ञात संख्या में लोग फँसे हुए हैं.
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बचाव अभियान में जुटी भारतीय सेना. तस्वीर/पीटीआई
रुक-रुक कर हो रही बारिश का सामना करते हुए, बचावकर्मियों ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ ज़िले में बादल फटने से प्रभावित एक गाँव में जीवित बचे लोगों की तलाश तेज़ कर दी. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार वहीं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस दुखद घटना में मरने वालों की संख्या 60 बताई है, जबकि अज्ञात संख्या में लोग अभी भी फँसे हुए हैं.
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रिपोर्ट के मुताबिक बचावकर्मियों ने गुरुवार को 46 शव निकाले, जिनमें दो सीआईएसएफ कर्मियों के शव भी शामिल हैं. इसके अलावा, 167 लोगों को घायल अवस्था में बचाया गया है, जबकि 69 अन्य लोगों के लापता होने की सूचना उनके रिश्तेदारों ने दी है. बारिश के बावजूद, सुबह होते ही बचाव और राहत अभियान फिर से शुरू हो गया. पुलिस, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान और स्थानीय स्वयंसेवक मलबे में जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं.
श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि इस दुखद घटना में कम से कम 60 लोग मारे गए हैं और 100 से ज़्यादा घायल हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार अब तक 30 शवों की पहचान हो चुकी है और उन्हें अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी के साथ बचाव एवं राहत अभियान की समीक्षा के लिए घटनास्थल का दौरा किया.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बादल फटने की त्रासदी पर मुख्यमंत्री अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की. रिपोर्ट के मुताबिक
उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और हर संभव मदद का वादा किया. प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ के बाद की स्थिति के बारे में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी और मुख्यमंत्री श्री उमर अब्दुल्ला जी से बात की."
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