Updated on: 17 August, 2025 12:01 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
महाराष्ट्र में किसान से दुर्व्यवहार की घटना पर प्रहार जनशक्ति पार्टी के नेता बच्चू कडू भड़क उठे. सोशल मीडिया पोस्ट और इंटरव्यू में उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भूख हड़ताल पर बैठे किसान को लात मारना पूरे किसान समाज का अपमान है.
X/Pics, Bacchu Kadu
महाराष्ट्र में किसान आंदोलन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामले में प्रहार जनशक्ति पार्टी के नेता और विधायक बच्चू कडू ने पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार पर कड़ा हमला बोला है. सोशल मीडिया पर डाले गए अपने पोस्ट में उन्होंने एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के खिलाफ आक्रोश जताया है, जिस पर आरोप है कि उसने भूख हड़ताल पर बैठे एक किसान को लात मारी.
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कडू ने पोस्ट में लिखा, "किसान को लात मारने वाले पुलिस उपाधीक्षक को नितम्बों पर लात मारनी चाहिए. क्या गृह मंत्री फडणवीस की संवेदनाएँ खत्म हो गई हैं? एक छोटी बच्ची के सामने भूख हड़ताल पर बैठे पिता को लात मारते हुए उन्हें कुछ भी महसूस क्यों नहीं हो रहा?"
शेतकऱ्याला लाथ मारणाऱ्या DYSP च्या ढुंगणावर लाथ मारायला पाहिजे. गृहमंत्री फडणवीसांच्या संवेदना मेलेत का? लहान मुलीच्या समोर उपोषणकर्त्या बापाला लाथ मारताना यांना काहीच कसं वाटत नाही? pic.twitter.com/zLJehQyo6Q
— BACCHU KADU (@RealBacchuKadu) August 16, 2025
उनके इस बयान ने न केवल राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है बल्कि किसान संगठनों और विपक्षी दलों को भी मुद्दा उठाने का अवसर दिया है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी को कथित तौर पर आंदोलनरत किसान को धक्का देते और लात मारते देखा जा सकता है.
बच्चू कडू ने अपने इंटरव्यू में कहा कि यह घटना भाजपा नेता और पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे के दौरे के दौरान हुई. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर किसी कार्यक्रम या दौरे के दौरान किसानों के साथ इस तरह का व्यवहार होता है, तो राज्य सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. कडू ने यह भी स्पष्ट किया कि यह केवल एक किसान का नहीं, बल्कि पूरे किसान समाज का अपमान है.
उन्होंने गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से चेतावनी देते हुए कहा कि वे इस मामले में दखल दें और संबंधित पुलिस अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई करें. कडू ने कहा कि किसानों को अपमानित करना या उन पर बल का प्रयोग करना लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है और इस तरह की घटनाओं से राज्य सरकार की छवि भी खराब होती है.
किसानों की मांगों को लेकर पहले से ही राज्य में तनाव की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में इस घटना ने हालात को और गंभीर बना दिया है. किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर दोषी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे.
Maharashtra, a top contender for custodial deaths in India, proves why on #IndependenceDay. As Minister #PankajaMunde visited Jalna, a family protesting at the Collector’s office was stopped by police. When taken into custody, DySP #AnantKulkarni brutally kicked a protestor in… pic.twitter.com/zvDk7sJT1z
— Vijay Kumbhar (@VijayKumbhar62) August 15, 2025
यह घटना एक बार फिर महाराष्ट्र में किसान आंदोलनों और प्रशासन के रवैये को लेकर बहस छेड़ रही है. अब देखना यह होगा कि गृह मंत्री फडणवीस इस विवाद पर क्या कदम उठाते हैं.
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