Updated on: 07 July, 2024 08:39 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
जलपाईगुड़ी नगर पालिका की अध्यक्ष पापिया पाल ने बताया कि कई इलाके बारिश के पानी में डूब गए हैं, जिसके कारण कम से कम 300 परिवारों को आश्रय स्थलों में जाना पड़ा है.
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पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और सड़क संपर्क प्रभावित हुआ है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार मौसम विभाग ने रविवार को और अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है. जलपाईगुड़ी नगर पालिका की अध्यक्ष पापिया पाल ने बताया कि जलपाईगुड़ी शहर के कई इलाके बारिश के पानी में डूब गए हैं, जिसके कारण कम से कम 300 परिवारों को सामुदायिक भवनों और बाढ़ आश्रय स्थलों में जाना पड़ा है. मौसम विभाग ने बताया कि दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार के उप-हिमालयी जिलों में 12 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
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रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी पश्चिम बंगाल को सिक्किम से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 10 कुछ स्थानों पर भूस्खलन के कारण शनिवार रात से यातायात के लिए बंद है. उन्होंने बताया कि सिक्किम से आने-जाने वाले यातायात को अन्य मार्गों से नियंत्रित किया जा रहा है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुलिस और अन्य विभाग जलपाईगुड़ी जिले के धूपगुड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर किसी भी तरह के उल्लंघन को रोकने के लिए तत्काल कदम उठा रहे हैं, जहां लगातार बारिश के कारण कई स्थान जलमग्न हो गए हैं. उन्होंने बताया कि तीस्ता और कोरोला नदियों के जलस्तर में वृद्धि पर कड़ी नजर रखी जा रही है. मुख्यालय शहर के अलावा जलपाईगुड़ी जिले के धूपगुड़ी, मोयनागुड़ी और क्रांति में कई स्थान मूसलाधार बारिश से प्रभावित हुए हैं.
नगर पालिका अध्यक्ष पाल ने बताया कि जलपाईगुड़ी शहर में सामुदायिक भवनों में शरण लिए हुए परिवारों को भोजन और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "हम उभरती स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त प्रावधानों के साथ तैयार हैं." जिले के मोयनागुड़ी और क्रांति ब्लॉकों में कृषि भूमि का बड़ा हिस्सा भी जलमग्न हो गया है. जलपाईगुड़ी शहर में रविवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटों में 166 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि बागडोगरा में इसी अवधि के दौरान 103 मिमी बारिश हुई.
रविवार को एक आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया कि उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में कई जगहों पर नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बीच एक खेत में काम कर रही कम से कम 12 महिलाओं और उनके बच्चों को बाढ़ के पानी से बचाया गया. रिपोर्ट के मुताबिक मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने और भारी बारिश के कारण कुशीनगर, बलरामपुर और श्रावस्ती जिलों के कई इलाकों में कई नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है.
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