Updated on: 08 August, 2025 03:18 PM IST | Mumbai
1 अगस्त को सांगली में लोकशाहीर साहित्यरत्न अण्णाभाऊ साठे जी की जयंती उत्साहपूर्वक मनाई गई. कर्मवीर भाऊराव पाटील चौक पर आयोजित कार्यक्रम में कई राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्रों के नेताओं ने भाग लिया.
सांगली जिले के कई राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षणिक और खेल जगत के प्रतिष्ठित नेताओं एवं व्यक्तित्वों ने पुष्पहार अर्पित कर अण्णाभाऊ साठे जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की.
1 अगस्त को पूरे देशभर के साथ-साथ सांगली जिले में भी लोकशाहीर साहित्यरत्न अण्णाभाऊ साठे जी की जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई गई. सांगली शहर के कर्मवीर भाऊराव पाटील चौक में लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे जयंती उत्सव समिति की ओर से विविध सामाजिक एवं जनहित के उपक्रमों के माध्यम से यह समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर उत्तम मोहिते ने की.
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इस विशेष अवसर पर सांगली जिले के कई राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षणिक और खेल जगत के प्रतिष्ठित नेताओं एवं व्यक्तित्वों ने पुष्पहार अर्पित कर अण्णाभाऊ साठे जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम में सुकुमार कांबळे, नितीन चौगुले, स्वाती शिंदे, शेवंता वाघमारे, गीतांजली ढोपे-पाटील, अभिजीत भोसले, सुरेश दुधगावकर, सामाजिक कार्यकर्ता अशोक अण्णा मासाळे सहित कई मान्यवर उपस्थित थे.
अपने उद्बोधन में प्रवक्ता संतोष पाटील ने भावुक होकर कहा कि अण्णाभाऊ साठे का जन्म सांगली जिले के वाटेगांव में हुआ, इसके बावजूद अब तक उनके नाम पर कोई भव्य स्मारक नहीं बन पाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ खोडसाळ (रुकावट डालने वाले) लोगों ने स्मारक निर्माण में जानबूझकर न्यायालय में याचिका दाखिल कर बाधा डाली. हालांकि, अब न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिया है कि स्मारक निर्माण में कोई कानूनी अड़चन नहीं है.
उन्होंने सभी राजनीतिक और सामाजिक नेताओं से अपील की कि अण्णाभाऊ साठे जी के स्मारक का कार्य शीघ्र पूरा किया जाए. साथ ही उन्होंने घोषणा की कि वे कर्मवीर भाऊराव पाटील चौक में स्वयं के खर्च से अण्णाभाऊ साठे जी की पूर्णाकृति प्रतिमा स्थापित करेंगे और इससे जुड़ी सभी तकनीकी औपचारिकताओं को डॉ. उत्तम मोहिते जल्द पूरा करेंगे.
कार्यक्रम में उत्सव समिति के उपाध्यक्ष अभिमन्यू नाना भोसले, हर्षवर्धन पाटील, सतीश मोहिते, प्रशांत सदामते, धीरज सूर्यवंशी, फिरोज पठाण, राज्याक भाई, ज्ञानेश्वर केंगार, प्रथमेश शेटे, आम सिद्ध कट्टीमनी, संजय बेळगे, देवेंद्र पुजारी व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. अंत में समिति के कार्याध्यक्ष माननीय जितेंद्र हेगडे ने सभी अतिथियों और सहभागी जनता का आभार व्यक्त किया.
यह जयंती समारोह केवल श्रद्धांजलि तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सामाजिक चेतना और स्मारक निर्माण की दिशा में एक दृढ़ कदम के रूप में भी यादगार बन गया.
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