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महाकुंभ 2025: भव्य और दिव्य आयोजन के लिए संगमनगरी का कायाकल्प, मॉडर्न तकनीक से होगी सुरक्षा

Updated on: 24 November, 2024 05:20 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

इस साल प्रयागराज महाकुंभ पौष पूर्णिमा यानी 13 जनवरी 2025 से शुरू होगा और महाशिवरात्री यानी 26 फरवरी को पूरा होगा.

कुंभ मेला

कुंभ मेला

संगमनगरी प्रयागराज में अगले साल की शुरुआत में महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन होने जा रहा है, ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार इस आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है. इस साल प्रयागराज महाकुंभ पौष पूर्णिमा यानी 13 जनवरी 2025 से शुरू होगा और महाशिवरात्री यानी 26 फरवरी को पूरा होगा. महाकुंभ 2025 में शाही स्नान की 6वीं तारीख होगी, जिसमें साधु-संत सदियों पुराने अनुष्ठान में हिस्सा लेंगे. महाकुंभ में सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ-साथ इस व्यवस्था की सुंदरता के लिए भी मिशन मोड में संचालन किया जा रहा है. इसके लिए हरित पट्टी, बागवानी, विषयगत विकास समेत सैकड़ों स्तंभ जगह-जगह स्थापित किए जा रहे हैं.

महाकुंभ: परंपरा, प्रौद्योगिकी और राष्ट्रीय गौरव का भव्य उत्सव


गौरतलब है कि महाकुंभ 2025 का आयोजन अमृत काल में होने जा रहा है. महाकुंभ राष्ट्रवाद की भावना को जगाएगा और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलने के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ में विश्व स्तरीय सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए ₹2,600 करोड़ का भारी बजट आवंटित किया है. इस बजट के अनुसार नए निर्माण, मरम्मत, भीड़ प्रबंधन, यातायात और सुरक्षा से संबंधित 6,000 परियोजनाओं पर निर्बाध रूप से काम किया जा रहा है.


आधुनिक प्रौद्योगिकियां मेहमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी

महाकुंभ 2025 के आयोजन से "डिजिटल" कुंभ और "हरित" कुंभ के मूल्यों को बढ़ावा मिलेगा. इस बार परंपरा के साथ तकनीक का भरपूर इस्तेमाल कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा बढ़ाने और उन्हें यादगार अनुभव देने का प्रयास किया जा रहा है. महाकुंभ 2025 आधुनिक तकनीकों की मदद से श्रद्धालुओं को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा. स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग, अपशिष्ट प्रबंधन जैसी पहल महाकुंभ की योजना को खास बनाएगी. इतना ही नहीं, पहली बार महाकुंभ एक चैटबॉट "कुंभ समाचार" पेश करेगा, जिसे श्रद्धालु 10 से अधिक भाषाओं में उपयोग कर सकेंगे.


देश-विदेश से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है

मेला प्रशासन के अनुमान के मुताबिक महाकुंभ 2025 में देश-विदेश से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इतनी बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को देखते हुए राज्य सरकार महाकुंभ की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. महाकुंभ मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा गया है. 40,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले प्रत्येक सेक्टर में शिविर, कार्यालय, सामुदायिक क्षेत्र और स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा से संबंधित आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. इस योजना की सुरक्षा और सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए गोवा, कोलकाता, महाराष्ट्र सहित देश के शीर्ष जल पुलिस कर्मियों को प्रयागराज में तैनात किया जा रहा है. पूरे मेला क्षेत्र में प्रयागराज और मेले में आने वाले नागरिकों के लिए 2 लाख टेंट लगाए जा रहे हैं, जबकि 1800 हेक्टेयर में पार्किंग क्षेत्र बनाया जा रहा है. 12 किमी में फैले घाट को श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है.

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