Updated on: 06 July, 2025 09:03 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
भाजपा की मराठीविरोधी नीति और हिंदी की जबरन थोप पर कांग्रेस ने तीखा प्रहार किया है. मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड ने ठाकरे बंधुओं की मराठी अस्मिता के समर्थन में उठाई गई भूमिका का स्वागत करते हुए कहा कि कांग्रेस इस सांस्कृतिक संघर्ष में पूरी ताकत से सहभागी है.
X/Pics, Varsha Gaikwad
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद वर्षा गायकवाड ने भाजपा और उसकी सहयोगी शिंदेसेना पर करारा हमला करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की अस्मिता और मराठी भाषा के सम्मान पर आंच कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने भाजपा पर “महाराष्ट्रद्रोही और मराठीद्वेषी” मानसिकता अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ठाकरे बंधुओं द्वारा मराठी अस्मिता की रक्षा के लिए उठाए गए कदमों का पूर्ण समर्थन करती है.
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भाजपच्या महाराष्ट्रद्रोही आणि मराठीद्वेषी भूमिकेविरोधात आज ठाकरे बंधू एकत्र आले, याचे काँग्रेसकडून स्वागत करते. माय मराठी आणि महाराष्ट्राच्या स्वाभिमानासाठीच्या या लढ्यात आम्ही सर्वजण सहभागी आहोत
— Prof. Varsha Eknath Gaikwad (@VarshaEGaikwad) July 5, 2025
जय महाराष्ट्र!! https://t.co/sQiumT0Dr7 pic.twitter.com/BUHmIEL1b1
वर्षा गायकवाड ने ठाकरे बंधुओं के साथ एक फोटो साझा करते हुए लिखा कि, “माय मराठी के गौरव और सम्मान की इस लड़ाई में कांग्रेस पूरी ताकत से सहभागी है. यह केवल राजनीतिक संघर्ष नहीं, बल्कि आत्मगौरव की रक्षा का प्रश्न है.”
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हिंदी भाषा की अनिवार्यता को लेकर हमेशा से विरोध रहा है. भाजपा सरकार ने जानबूझकर राज्य पर हिंदी थोपने का प्रयास किया, जो महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता पर हमला था. लेकिन जब जनता का तीव्र विरोध सामने आया, तब मजबूरी में उन्हें वह विवादित सरकारी आदेश (जीआर) वापस लेना पड़ा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में हिंदी, उर्दू, तेलुगू, कन्नड़ जैसी कई भाषाएं पढ़ाई जाती हैं, लेकिन किसी भाषा की अनिवार्यता नहीं होती.
वर्षा गायकवाड ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने “जय गुजरात” की घोषणा कर महाराष्ट्र की अस्मिता को ठेस पहुंचाई है. यह न केवल एक लाचारी भरा राजनीतिक बयान था, बल्कि मराठी जनता का सीधा अपमान भी.
उन्होंने शिंदेसेना के विधायक संजय गायकवाड द्वारा छत्रपति संभाजी महाराज और मराठी भाषा के अपमान की भी कड़ी निंदा की. वर्षा गायकवाड ने मांग की कि एकनाथ शिंदे और उनकी पार्टी को इस अपमानजनक व्यवहार के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.
उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से महाराष्ट्र की भाषिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रही है और आगे भी रहेगी. “यह लड़ाई सिर्फ राजनीति की नहीं, बल्कि मराठी आत्मसम्मान की है, जिसमें कांग्रेस कभी पीछे नहीं हटेगी.”
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