Updated on: 24 June, 2024 04:32 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
मोदी और उनके मंत्रिपरिषद ने 9 जून को शपथ ली थी. प्रधानमंत्री मोदी का लोकसभा सदस्य के रूप में यह तीसरा कार्यकाल है.
तस्वीर/पीटीआई
संसद सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार मोदी इस महीने की शुरुआत में लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटे हैं. मोदी और उनके मंत्रिपरिषद ने 9 जून को शपथ ली थी. प्रधानमंत्री मोदी का लोकसभा सदस्य के रूप में यह तीसरा कार्यकाल है. उन्होंने वाराणसी सीट बरकरार रखी, जिसे वे 2014 से जीतते आ रहे हैं. सदन के नेता के रूप में वे शपथ लेने वाले पहले व्यक्ति थे. इससे पहले दिन में भर्तृहरि महताब ने राष्ट्रपति भवन में नए सदन के सदस्य के साथ-साथ प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली.
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रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले, पीएम मोदी ने नए संसद भवन के बाहर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई दी और कहा कि नई सरकार हमेशा सभी को साथ लेकर चलने और देश की सेवा के लिए आम सहमति बनाने का प्रयास करेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज संसदीय लोकतंत्र में गौरव का दिन है, गौरव का दिन है. आजादी के बाद पहली बार हमारी नई संसद में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है. अभी तक यह प्रक्रिया पुराने सदन में होती थी. इस महत्वपूर्ण दिन पर मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हार्दिक स्वागत करता हूं, उन्हें बधाई देता हूं और शुभकामनाएं देता हूं."
प्रधानमंत्री ने देश की जनता को उनके समर्थन और लगातार तीसरी बार देश का नेतृत्व करने के लिए जनादेश देने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, "संसद का यह गठन भारत के सामान्य मानवी के संकल्पों को पूरा करने के लिए है. यह नए जोश और उत्साह के साथ नई गति और नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने का अवसर है. 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के लक्ष्य के साथ 18वीं लोकसभा आज से शुरू हो रही है."
उन्होंने कहा, "यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है कि दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव इतने भव्य और शानदार तरीके से संपन्न हुआ. मतदान में 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने हिस्सा लिया. अगर हमारे देश के नागरिकों ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार पर भरोसा किया है, तो इसका मतलब है कि उन्होंने सरकार की नीतियों और नीयत पर अपनी मुहर लगाई है. मैं आप सभी के समर्थन और विश्वास के लिए आभारी हूं." उन्होंने आगे कहा कि आज लोकसभा का नया संसद सत्र शुरू हो रहा है, इसलिए वे सभी को साथ लेकर और संविधान की पवित्रता को बनाए रखते हुए फैसले लेने में तेजी लाना चाहते हैं.
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