Updated on: 04 August, 2025 05:33 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
तीन साल पहले पदभार ग्रहण करने के बाद से दक्षिण-पूर्व एशियाई देश के राष्ट्रपति की यह पहली भारत यात्रा है.
फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज़ मार्कोस जूनियर नई दिल्ली में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा के साथ. तस्वीर/पीटीआई
विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज़ मार्कोस जूनियर सोमवार को भारत की पाँच दिवसीय राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुँचे. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को और मज़बूत करना है. तीन साल पहले पदभार ग्रहण करने के बाद से दक्षिण-पूर्व एशियाई देश के राष्ट्रपति की यह पहली भारत यात्रा है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
रिपोर्ट के मुताबिक यह यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के समारोह के साथ मेल खाती है. सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर एक पोस्ट में, विदेश मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रपति मार्कोस का स्वागत विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने किया. विदेश मंत्रालय के पोस्ट में कहा गया है, "माबुहाय, राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर. मार्कोस जूनियर! राष्ट्रपति बोंगबोंग मार्कोस भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुँच गए हैं. राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने उनका स्वागत किया और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. भारत और फिलीपींस राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. इस यात्रा से भारत-फिलीपींस संबंध और मज़बूत होंगे".
राष्ट्रपति के साथ प्रथम महिला लुईस अरनेटा मार्कोस और कई कैबिनेट मंत्रियों सहित एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी था. विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, अपनी यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति मार्कोस राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा और अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे. मंगलवार को, राष्ट्रपति मार्कोस राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद, वह हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ वार्ता करेंगे. रिपोर्ट के अनुसार दोनों नेताओं की उपस्थिति में कई समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया जाएगा, और प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की जाएगी.
इसके बाद, फिलीपींस के राष्ट्रपति बेंगलुरु जाएँगे और कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत से मुलाकात करेंगे. विदेश मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति मार्कोस प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर भारत आ रहे हैं. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध नवंबर 1949 में स्थापित हुए थे. रिपोर्ट के मुताबिक तब से भारत और फिलीपींस ने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, समुद्री सहयोग, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्यूटिकल्स और डिजिटल प्रौद्योगिकियों सहित कई क्षेत्रों में एक मजबूत साझेदारी विकसित की है. दोनों देश क्षेत्रीय स्तर पर भी घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं, जिसमें दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी भी शामिल है.
बयान में कहा गया है कि फिलीपींस के साथ भारत के संबंध नई दिल्ली की `एक्ट ईस्ट` नीति, विज़न महासागर (क्षेत्र में सभी के लिए सक्रिय सुरक्षा और विकास हेतु समुद्री नेतृत्व) और हिंद-प्रशांत के हमारे दृष्टिकोण का एक अभिन्न स्तंभ हैं. विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि यह यात्रा दोनों नेताओं के लिए भविष्य के द्विपक्षीय सहयोग का मार्ग प्रशस्त करने और आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत करने का एक अवसर प्रदान करेगी. भारत और फिलीपींस ऐतिहासिक संबंधों और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित मधुर और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंध साझा करते हैं. यह सहयोग रक्षा, व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT