Updated on: 06 August, 2025 08:56 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
भाजपा के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा द्वारा कबूतर दाना क्षेत्र की मांग को लेकर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर दोहरी राजनीति का आरोप लगाया है.
आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा जैन समुदाय को एक `पक्के वोट बैंक` की तरह देखती है और चुनावी फायदे के लिए उनकी भावनाओं का इस्तेमाल कर रही है.
शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने भाजपा मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा द्वारा बीकेसी, आरे और संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान जैसे क्षेत्रों में अस्थायी कबूतर दाना क्षेत्र की मांग की कड़ी आलोचना की है. ठाकरे ने इसे भाजपा की दोहरी राजनीति और जैन समुदाय के साथ भावनात्मक खेल करार दिया है.
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अपने हालिया सोशल मीडिया पोस्ट में आदित्य ठाकरे ने कहा कि भाजपा सिर्फ अपने राजनीतिक लाभ के लिए जैन समुदाय की भावनाओं से खेल रही है. उन्होंने याद दिलाया कि 3 जुलाई को भाजपा के एक विधान पार्षद ने मुंबई में कबूतरखानों को गिराने का मुद्दा उठाया था, लेकिन अब खुद भाजपा के मंत्री लोढ़ा बीएमसी को पत्र लिखकर कबूतर दाना क्षेत्रों की मांग कर रहे हैं.
Is the bjp playing around with the emotions of the Jains only for their political benefit?
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) August 5, 2025
On 3rd July, one of the bjp MLCs raised the issue about demolishing the kabutarkhanas in Mumbai.
Now a bjp minister who has the right to give orders to the @mybmc is writing a letter to…
ठाकरे ने मंत्री लोढ़ा की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोढ़ा न सिर्फ भाजपा नेता हैं, बल्कि मुंबई के संरक्षक मंत्री भी हैं और बीएमसी को निर्देश देने की स्थिति में हैं. बावजूद इसके, वे सार्वजनिक रूप से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि उन्हें खुद समाधान का रास्ता निकालना चाहिए.
आदित्य ठाकरे ने विले पार्ले स्थित एक जैन डेरासर का भी उल्लेख किया, जहां बीएमसी द्वारा एक संरचना को गिराने की कार्रवाई हुई. उन्होंने कहा कि उस समय उन्होंने बीएमसी से आग्रह किया था कि कानून का सम्मान करते हुए, किसी भी धार्मिक स्थल को गिराने से पहले कानूनी विकल्प तलाशे जाएं. इसके विपरीत, भाजपा सरकार के अंतर्गत बीएमसी ने संरचना को गिरा दिया और अब वही मंत्री बीएमसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा जैन समुदाय को एक "पक्के वोट बैंक" की तरह देखती है और चुनावी फायदे के लिए उनकी भावनाओं का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने समुदाय से इस राजनीतिक चाल को समझने और सतर्क रहने की अपील की.
यह बयान ऐसे समय आया है जब शहर में सार्वजनिक स्थानों पर कबूतरों को दाना डालने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है, खासकर स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़े मुद्दों के चलते. ठाकरे के अनुसार, सभी समुदायों की भावनाओं का सम्मान जरूरी है, लेकिन उसे कानून के दायरे में रहकर संतुलित रूप से संभालना चाहिए.
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