पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मुंबई कांग्रेस के सचिव राजेश इंगले स्टेशन के बाहर इकट्ठा हुए, हाथों में पोस्टर-बैनर लिए, और जोरदार नारेबाज़ी करते हुए फडणवीस सरकार और बीएमसी पर हमला बोला. (Story By: Rajendra B. Aklekar)
मुंबई कांग्रेस के सचिव राजेश इंगले ने कहा कि मुलुंड पूर्व-पश्चिम रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण बीएमसी द्वारा आवश्यक फंड जारी न करने के कारण वर्षों से अधर में लटका है. इस लापरवाही के चलते लाखों यात्रियों को रोजाना भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.
जनता से चंदा लेकर किया प्रतीकात्मक विरोध: प्रदर्शन की खास बात यह रही कि मुंबई कांग्रेस के सचिव राजेश इंगले और कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक रूप से जनता से चंदा इकट्ठा करके ब्रिज निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग जुटाने का प्रयास किया.
यह सीधा संदेश था – जब सरकार नाकाम हो, तो जनता को खुद आगे आना पड़ता है. इस कदम ने मौके पर मौजूद लोगों के बीच भावनात्मक जुड़ाव पैदा किया और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक भी विरोध में शामिल हो गए.
यात्रियों की जान जोखिम में: मुलुंड जैसे व्यस्त स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज का अधूरा होना किसी त्रासदी से कम नहीं. यात्रियों को ट्रैक पार करके दूसरी तरफ जाना पड़ता है, जिससे हर दिन जान जोखिम में रहती है. कई बार मामूली चूक हादसे में बदल सकती है, लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है.
प्रशासन पर सीधा हमला: प्रदर्शनकारियों ने बीएमसी और राज्य सरकार की निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बजट की मंज़ूरी न होना, फाइलों में अटकी योजनाएं और राजनीतिक उदासीनता के चलते यह परियोजना अधर में लटकी है.
सवाल उठाया गया कि अगर मॉल्स, बिल्डिंग्स और प्राइवेट प्रोजेक्ट्स को मंज़ूरी मिल सकती है, तो आम जनता के लिए एक ब्रिज क्यों नहीं?
आंदोलन की चेतावनी: प्रदर्शन के अंत में कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द इस अधूरे ब्रिज पर ठोस कार्यवाही नहीं हुई, तो आंदोलन और तेज़ होगा. यह प्रदर्शन एक संकेत है कि अब जनता का सब्र जवाब दे रहा है – और ज़रूरत पड़ी तो सड़क से सदन तक यह लड़ाई लड़ी जाएगी.
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