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पीएमआरडीए, नगर परिषद और एनएचएआई ने मिलकर चलाया अवैध ढांचे हटाने का अभियान

Updated on: 12 September, 2025 11:12 AM IST | Mumbai
Archana Dahiwal | mailbag@mid-day.com

पीएमआरडीए ने चाकन-तलेगांव औद्योगिक क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण और यातायात जाम को कम करने के लिए 40 से अधिक अवैध ढाँचों को ध्वस्त किया. अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा.

Pics/PMRDA

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चाकन-तलेगांव औद्योगिक क्षेत्र में नागरिक समस्याओं और यातायात की भीड़भाड़ को कम करने के लिए एक बड़े कदम के रूप में, पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (पीएमआरडीए) ने अवैध अतिक्रमणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है.

पीएमआरडीए, चाकन नगर परिषद और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ चलाए गए संयुक्त अभियान में 40 से अधिक अवैध ढाँचों को ध्वस्त कर दिया गया. अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह तोड़फोड़ अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा.


यह कार्रवाई पिछले सप्ताह पीएमआरडीए महानगर आयुक्त डॉ. योगेश म्हसे की अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद की गई है, जिसमें उन्होंने नगर निगम और राजमार्ग अधिकारियों को पुणे-नासिक राजमार्ग और आंतरिक सड़कों पर जाम लगा रहे अनधिकृत निर्माणों और सड़क किनारे अतिक्रमणों को तुरंत हटाने का निर्देश दिया था.


पुणे-नासिक राजमार्ग के एक तरफ के अतिक्रमणों को निशाना बनाते हुए चाकन-तलेगांव चौक से अंबेथन चौक होते हुए एकतानगर रोड तक के हिस्से को ध्वस्त किया गया. लगभग 40 अवैध प्रतिष्ठानों को ध्वस्त किया गया.

पीएमआरडीए के एक प्रवक्ता ने कहा, "अतिक्रमणकारियों को स्वेच्छा से अपने निर्माण हटाने के लिए पहले ही नोटिस दिए जा चुके थे. चूँकि ज़्यादातर लोगों ने इसका पालन नहीं किया, इसलिए अधिकारियों ने अभियान जारी रखा." अधिकारियों ने आगे बताया कि साफ़ की गई सड़क की जगह—राजमार्ग के दोनों ओर 22.5 मीटर—से यातायात प्रवाह में काफ़ी सुधार होगा, जिससे रोज़ाना आने-जाने वाले लोगों और औद्योगिक वाहनों, दोनों को फ़ायदा होगा.


इस अभियान की निगरानी एनएचएआई के उप-अभियंता दिलीप शिंदे, पीएमआरडीए के रवींद्र रंजने, चाकन नगर परिषद के मुख्य अधिकारी डॉ. अंकुश जाधव, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय सोलंकी और यातायात निरीक्षक प्रमोद वाघ के साथ-साथ तोड़फोड़ दस्तों और कर्मचारियों ने बारीकी से की.

मिड-डे ने पहले इस मुद्दे को उजागर किया था. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी पिछले महीने इस इलाके का दौरा किया था और अधिकारियों को अवैध निर्माणों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने और सड़क मरम्मत के काम में तेज़ी लाने की चेतावनी दी थी. चाकन के ढहते बुनियादी ढाँचे के बारे में औद्योगिक मज़दूरों, निवासियों और यात्रियों की वर्षों से चली आ रही शिकायतों के बाद आखिरकार अधिकारियों को कार्रवाई करनी पड़ी.

दुकानों, सड़क किनारे भोजनालयों और अस्थायी शेडों के अवैध विस्तार ने राजमार्ग को संकरा कर दिया था, जिससे रोज़ाना जाम लग रहा था. इनके हटने से चाकन एमआईडीसी में प्रवेश करने वाले भारी वाहनों की आवाजाही अधिक सुचारू रूप से होने की उम्मीद है, जिससे व्यस्त समय में यात्रा का समय कम हो जाएगा. पीएमआरडीए ने नए अतिक्रमणों को रोकने के लिए सतर्कता बरतने का आश्वासन दिया है.

चाकन एमआईडीसी के एक कर्मचारी ओमकार जोशी ने कहा, "यह अच्छी बात है कि अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन अब सड़कों की मरम्मत को प्राथमिकता दी जानी चाहिए." उन्होंने आगे कहा, "बारिश थम गई है, इसलिए गड्ढों वाली सड़कों को तुरंत ठीक किया जाना चाहिए. हज़ारों मज़दूर अभी भी यहाँ रोज़ाना अपनी जान जोखिम में डालकर गाड़ी चलाते हैं."

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