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प्रधानमंत्री मोदी ने मिजोरम को दी सौगात, बैराबी-सैरांग रेल लाइन का किया उद्घाटन

Updated on: 13 September, 2025 12:48 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

प्रधानमंत्री मोदी लेंगपुई हवाई अड्डे पर उतरे, लेकिन खराब मौसम के कारण आइज़ोल के लामुअल मैदान नहीं जा सके. हालाँकि, प्रधानमंत्री ने मिज़ोरम के आइज़ोल में नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई.

प्रधानमंत्री मोदी लेंगपुई हवाई अड्डे पर उतरे, लेकिन खराब मौसम के कारण आइजोल के लामुअल मैदान नहीं जा सके. तस्वीर/पीटीआई

प्रधानमंत्री मोदी लेंगपुई हवाई अड्डे पर उतरे, लेकिन खराब मौसम के कारण आइजोल के लामुअल मैदान नहीं जा सके. तस्वीर/पीटीआई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उत्तरी मिज़ोरम पहुँचे, यानी 2023 में मणिपुर में भड़की अशांति के बाद पहली बार. पूर्वोत्तर राज्य में पहुँचकर, प्रधानमंत्री मोदी ने मिज़ोरम की पहली रेलवे लाइन, बैराबी-सैरांग का उद्घाटन किया, जो इस पूर्वोत्तर राज्य को शेष भारत से जोड़ेगी. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी लेंगपुई हवाई अड्डे पर उतरे, लेकिन खराब मौसम के कारण आइज़ोल के लामुअल मैदान नहीं जा सके. हालाँकि, प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए मिज़ोरम के आइज़ोल में नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई.

रिपोर्ट के मुताबिक उद्घाटन के दौरान, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी प्रधानमंत्री के साथ मौजूद थे. अश्विनी वैष्णव ने चुनौतीपूर्ण हिमालयी क्षेत्र में इस तरह की रेल लाइन के निर्माण के इंजीनियरिंग चमत्कार पर भी प्रकाश डाला. केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी ने "एक्ट-ईस्ट पॉलिसी" शुरू की, जो लुक-ईस्ट पॉलिसी का एक उन्नत संस्करण है. मणिपुर में उद्घाटन समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "2014 से पहले, पूर्वोत्तर के लिए रेलवे का बजट केवल 2000 करोड़ रुपये था; मोदी जी ने इसे पाँच गुना बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये कर दिया. यही मोदी जी की वर्तमान नीति है. आज, 77,000 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाएँ चल रही हैं".


इंजीनियरों और श्रमिकों के सामने आई चुनौतियों का जिक्र करते हुए, अश्विनी वैष्णव ने कहा, "यह परियोजना बड़ी चुनौतियों के बीच बनाई गई है. भूभाग और हिमालयी भूविज्ञान बहुत जटिल हैं; निर्माण कार्य हमें एक बिल्कुल नई चुनौती देता है. हमें पहले रेत को ठोस रूप देकर चट्टान जैसा आकार देना होगा, उसके बाद ही हम इसका निर्माण कर सकते हैं. सुरंग बनाने की एक नई विधि विकसित की गई है. इस परियोजना में 51 किलोमीटर लंबी 45 सुरंगें और 45 पुल हैं, जो इसे बहुत जटिल बनाते हैं. इनमें से एक पुल तो कुतुब मीनार से भी ऊँचा है". रिपोर्ट के अनुसार विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे और अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री आज 8,070 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का उद्घाटन कर रहे हैं, जो मिज़ोरम की राजधानी को पहली बार भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ेगी.


पूर्वोत्तर राज्यों में रेल संपर्क पर चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, "मिज़ोरम और देश के बाकी हिस्सों के बीच सीधा रेल संपर्क क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित, कुशल और किफ़ायती यात्रा विकल्प प्रदान करेगा. यह खाद्यान्न, उर्वरक और अन्य आवश्यक वस्तुओं की समय पर और विश्वसनीय आपूर्ति भी सुनिश्चित करेगा, जिससे समग्र रसद दक्षता और क्षेत्रीय पहुँच में वृद्धि होगी." रिपोर्ट के मुताबिक इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने सैरंग (आइज़ोल)-दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) राजधानी एक्सप्रेस, सैरंग-गुवाहाटी एक्सप्रेस और सैरंग-कोलकाता एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. रेलवे लाइन के अलावा, प्रधानमंत्री कई सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इसमें आइजोल बाईपास रोड, थेनजोल-सियालसुक रोड और खानकावन-रोंगुरा रोड शामिल हैं.


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