होम > न्यूज़ > नेशनल न्यूज़ > आर्टिकल > मांस बिक्री बैन पर राज ठाकरे ने BJP को घेरा- `यह स्वतंत्रता दिवस है या पाबंदियों का दिवस?`

मांस बिक्री बैन पर राज ठाकरे ने BJP को घेरा- `यह स्वतंत्रता दिवस है या पाबंदियों का दिवस?`

Updated on: 14 August, 2025 02:08 PM IST | Mumbai
Sanjeev Shivadekar | sanjeev.shivadekar@mid-day.com

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने स्वतंत्रता दिवस पर मांस बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार के फैसले की कड़ी निंदा की.

X/Pics, Raj Thackeray

X/Pics, Raj Thackeray

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने स्वतंत्रता दिवस पर मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि सरकार कबूतरों को दाना खिलाने को प्रोत्साहित करने और राज्य भर के स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक हिंदी अनिवार्य करने जैसे उपायों के ज़रिए जानबूझकर समुदायों के बीच फूट डाल रही है.

कल्याण डोंबिवली नगर निगम (केडीएमसी) द्वारा 15 अगस्त को मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, राज ने स्वतंत्रता दिवस पर स्वतंत्रता के वास्तविक अर्थ पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, "सरकार को यह तय नहीं करना चाहिए कि किसे क्या खाना चाहिए. मैंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे इस दिन मांस की बिक्री सुनिश्चित करें."


भाजपा पर अपना हमला जारी रखते हुए, राज ठाकरे ने कहा कि मंगल प्रभात लोढ़ा पूरे महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, न कि केवल एक समुदाय का. उन्होंने कहा, "चिकित्सा विशेषज्ञ कबूतरों से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों के बारे में चेतावनी दे रहे हैं. सरकार को भावनात्मक आधार पर कार्रवाई करने के बजाय इसे ध्यान में रखना चाहिए."


इस मामले में एक जैन नेता द्वारा मध्यस्थता की मांग के बारे में पूछे जाने पर, राज ने कहा, "सभी को अदालत के निर्देशों का सम्मान करना चाहिए. अदालत ने जो निर्देश दिए हैं, उनका पालन किया जाना चाहिए."

मनसे प्रमुख ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की मांग की


राज ठाकरे ने पुलिस और सरकार के प्रति भी असंतोष व्यक्त किया और इसे पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बताया. उन्होंने दावा किया कि जिस तरह पुलिस ने बुधवार को मराठी एकीकरण समिति के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की, उसी तरह उन्हें उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए जो जबरन अंदर घुस आए और कबूतरखाने से कबूतरों को दूर रखने के लिए बीएमसी द्वारा लगाए गए तिरपाल को क्षतिग्रस्त कर दिया.

ठाकरे ने दादर की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने और पुलिस कार्रवाई से बचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, "लोग चाकू और अन्य नुकीली चीजें लेकर आए और बीएमसी द्वारा लगाए गए कवर को क्षतिग्रस्त कर दिया. लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिया, उनके खिलाफ नियमों के अनुसार मामला दर्ज किया जाना चाहिए. पुलिस एक समूह के खिलाफ कार्रवाई करके दूसरे को नहीं छोड़ सकती."

अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK