Updated on: 12 September, 2025 02:29 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
शिवसेना (शिंदे) गुट ने संजय राउत के नेपाल हिंसा से जोड़कर दिए बयान को भड़काऊ बताते हुए उनके खिलाफ पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
X/Pics, Shivsena - शिवसेना
शिवसेना (शिंदे) गुट के उपनेता और प्रवक्ता संजय निरुपम ने शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत द्वारा दिए गए एक विवादित बयान को लेकर उन पर तीखा हमला बोला है. निरुपम ने चेतावनी दी थी कि यदि राउत 24 घंटे के भीतर नेपाल हिंसा से जोड़कर दिए अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते, तो उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी. तय समयसीमा बीतने के बाद शुक्रवार को संजय निरुपम, मिलिंद देवड़ा और शिवसेना (शिंदे) गुट के अन्य कार्यकर्ताओं ने मिलकर मुंबई पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर लिखित शिकायत सौंपी.
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शिकायत में आरोप लगाया गया है कि संजय राउत ने नेपाल में हुई हिंसा की फुटेज साझा करते हुए ऐसा भड़काऊ पोस्ट किया, जिससे देश में अराजकता फैलाने की उनकी मंशा स्पष्ट होती है. पत्र में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर उनका यह पोस्ट न केवल भड़काऊ है, बल्कि एक तरह से नरेंद्र मोदी सरकार और प्रधानमंत्री को दी गई अप्रत्यक्ष धमकी भी है. शिकायतकर्ताओं का कहना है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में रहते हुए इस तरह की धमकियां देश के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला हैं.
?मुंबई
— Shivsena - शिवसेना (@Shivsenaofc) September 12, 2025
नेपाळमध्ये झालेल्या हिंसाचाराची चित्रफित प्रसारित करून भारतातही अशा प्रकारची स्थिती येऊ शकते असे वक्तव्य करून संजय राऊत यांनी देशात अराजक माजवण्याचे मनसुबे स्पष्ट केले आहेत. त्यांनी समाजमाध्यमावर केलेली पोस्ट चिथावणीखोर तर आहेच, पण एक प्रकारे पंतप्रधानांना दिलेली धमकी… pic.twitter.com/yx5Vx9dal8
नेताओं ने पत्र में उल्लेख किया है कि लोकतांत्रिक संस्थाओं—जैसे निर्वाचन आयोग, न्यायपालिका, प्रशासन और मीडिया—पर बार-बार अविश्वास जताकर अराजकता फैलाने की कोशिश की जा रही है. उनका कहना है कि “शहरी नक्सली” प्रवृत्तियाँ समय-समय पर सिर उठाती रही हैं, जो लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे राष्ट्र-विरोधी प्रयासों को नजरअंदाज करना समाज के लिए खतरनाक होगा और इस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए.
संजय निरुपम ने कहा कि संजय राउत का बयान न केवल समाज में नफरत और विभाजन फैलाने वाला है, बल्कि इससे युवाओं को हिंसा के रास्ते पर भड़काया जा सकता है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए की जाने वाली इस तरह की राष्ट्र-विरोधी गतिविधियाँ कभी सफल नहीं होंगी और देश की जनता इन्हें बर्दाश्त नहीं करेगी.
शिकायतकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि संजय राउत के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति लोकतांत्रिक मूल्यों को ठेस पहुंचाने और देश में हिंसा का माहौल बनाने की कोशिश न कर सके.
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