Updated on: 06 August, 2025 07:25 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
ऐसा न करने पर रूस को गंभीर आर्थिक दंड का सामना करना पड़ सकता है, जिसका असर रूस के तेल खरीदने वाले देशों पर भी पड़ सकता है.
फ़ाइल चित्र
क्रेमलिन ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को मॉस्को में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के साथ बातचीत की. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार यह बातचीत व्हाइट हाउस द्वारा रूस को यूक्रेन के साथ शांति समझौता करने के लिए दी गई समय सीमा से कुछ दिन पहले हुई. ऐसा न करने पर रूस को गंभीर आर्थिक दंड का सामना करना पड़ सकता है, जिसका असर रूस के तेल खरीदने वाले देशों पर भी पड़ सकता है.
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रिपोर्ट के मुताबिक क्रेमलिन ने बैठक के बारे में तुरंत कोई और जानकारी नहीं दी. इससे पहले, TASS द्वारा प्रसारित फुटेज में दिखाया गया कि विटकॉफ ने क्रेमलिन से कुछ ही दूरी पर स्थित ज़ार्यादे पार्क में रूसी राष्ट्रपति के निवेश और आर्थिक सहयोग के दूत किरिल दिमित्रिएव के साथ सुबह-सुबह सैर की. दिमित्रिएव ने हाल के महीनों में इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच तीन दौर की सीधी वार्ता और रूसी और अमेरिकी अधिकारियों के बीच हुई चर्चाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रूस द्वारा अपने पड़ोसी पर आक्रमण के बाद तीन साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की दिशा में वार्ता में कोई प्रगति नहीं हुई.
पुतिन के लिए ट्रंप की समय सीमा शुक्रवार को समाप्त हो रही है. रिपोर्ट के अनुसार वाशिंगटन ने धमकी दी है कि अगर हत्याएँ नहीं रुकीं तो वह `कठोर टैरिफ` और अन्य आर्थिक दंड लगाएगा. ट्रम्प ने यूक्रेन के नागरिक क्षेत्रों पर रूस के बढ़ते हमलों पर पुतिन के प्रति बढ़ती निराशा व्यक्त की है, जिसका उद्देश्य युद्ध के प्रति जनता का मनोबल और इच्छाशक्ति को कम करना है. ये हमले तब भी तेज़ हुए हैं जब ट्रम्प ने हाल के महीनों में रूसी नेता से नरम रुख अपनाने का आग्रह किया है. मंगलवार से बुधवार की रात, रूसी सेना ने यूक्रेन के दक्षिणी ज़ापोरिज्जिया क्षेत्र में एक मनोरंजन केंद्र पर हमला किया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और दो बच्चों सहित 12 लोग घायल हो गए, क्षेत्रीय गवर्नर इवान फेडोरोव ने बुधवार को बताया.
रूसी सेना ने इस क्षेत्र पर कम से कम चार हमले किए और शुरुआत में शक्तिशाली ग्लाइड बमों से हमला किया. रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा, "इस हमले में कोई सैन्य समझदारी नहीं है. यह केवल डराने-धमकाने के लिए क्रूरता है." ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड और हीटिंग गैस सुविधाओं पर भी हमला किया है, क्योंकि यूक्रेन सर्दियों की तैयारी कर रहा है.
पश्चिमी विश्लेषकों और यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि पुतिन समय की कमी कर रहे हैं और गंभीर बातचीत से बच रहे हैं, जबकि रूसी सेनाएँ यूक्रेन की और ज़मीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रही हैं. वसंत ऋतु में शुरू हुआ और पतझड़ तक जारी रहने की उम्मीद वाला रूसी आक्रमण पिछले साल की तुलना में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन धीमी और महंगी बढ़त हासिल कर रहा है और किसी भी बड़े शहर पर कब्ज़ा नहीं कर पाया है.
विश्लेषकों का कहना है कि अग्रिम मोर्चे पर स्थिति यूक्रेनी सेना के लिए गंभीर है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था कमज़ोर होने वाली नहीं है. मंगलवार को, ट्रम्प ने कहा, "हम देखेंगे कि क्या होता है, रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने की उनकी धमकी के बारे में, जिससे चीन और भारत पर आयात कर नाटकीय रूप से बढ़ सकते हैं. कल हमारी रूस के साथ बैठक है," ट्रम्प ने कहा. "हम देखेंगे कि क्या होता है. हम उस समय यह निर्णय लेंगे." राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से किसी विशिष्ट टैरिफ दर के लिए प्रतिबद्धता नहीं जताई है. क्रेमलिन पर राजनयिक और आर्थिक दबाव बढ़ाने से रूस-अमेरिका के बिगड़ते संबंधों के बीच अंतर्राष्ट्रीय तनाव बढ़ने का खतरा है.
वाशिंगटन स्थित सेंटर फॉर यूरोपियन पॉलिसी एनालिसिस ने इस हफ़्ते एक आकलन में चेतावनी दी है कि इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि क्रेमलिन नाटो के साथ व्यापक टकराव की तैयारी कर रहा है, जिसमें हाल के वर्षों में रूस के पश्चिमी तट पर सहयोगी देशों के साथ सैन्य निर्माण भी शामिल है. पुतिन ने चीन, उत्तर कोरिया और ईरान के साथ रूस के सैन्य संबंधों को मज़बूत किया है. इस बीच, नाटो ने मंगलवार को कहा कि उसने यूक्रेन को बड़े पश्चिमी हथियारों के पैकेटों की नियमित आपूर्ति का समन्वय शुरू कर दिया है. यूरोपीय सहयोगी और कनाडा ज़्यादातर उपकरण अमेरिका से खरीद रहे हैं. ट्रंप प्रशासन यूक्रेन को कोई हथियार दान नहीं कर रहा है.
पुतिन ने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया है कि वह रियायतें देने को तैयार हैं. इसके बजाय, रूसी नेता और वरिष्ठ क्रेमलिन अधिकारियों ने देश की सैन्य ताकत पर बात की है. पुतिन ने पिछले हफ़्ते घोषणा की कि रूस की नई हाइपरसोनिक मिसाइल, जिसके बारे में उनका कहना है कि उसे मौजूदा नाटो वायु रक्षा प्रणालियाँ रोक नहीं सकतीं, सेवा में शामिल हो गई है.
इस बीच, पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने चेतावनी दी कि यूक्रेन युद्ध रूस और अमेरिका के बीच सशस्त्र संघर्ष का कारण बन सकता है. ट्रंप ने इसका जवाब दो अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती का आदेश देकर दिया. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार को विटकॉफ की यात्रा का स्वागत किया. उन्होंने कहा, "हम (विटकॉफ के साथ बातचीत को) महत्वपूर्ण, ठोस और बेहद उपयोगी मानते हैं." ट्रंप ने शुरुआत में मास्को को 50 दिन की समयसीमा दी थी, लेकिन बाद में क्रेमलिन द्वारा यूक्रेनी शहरों पर बमबारी जारी रहने के कारण उन्होंने अपनी समयसीमा बढ़ा दी. हालांकि, खुद ट्रंप ने इन प्रतिबंधों की प्रभावशीलता पर संदेह जताते हुए रविवार को कहा कि रूस "प्रतिबंधों से बचने में काफी अच्छा" साबित हुआ है.
उन्होंने रूसियों के बारे में कहा, "वे चालाक लोग हैं." क्रेमलिन ने ज़ोर देकर कहा है कि फरवरी 2022 में अपने पड़ोसी पर आक्रमण के बाद से लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सीमित प्रभाव पड़ा है. यूक्रेन का कहना है कि ये प्रतिबंध मास्को की युद्ध मशीन पर भारी पड़ रहे हैं और वह चाहता है कि पश्चिमी सहयोगी इन्हें और बढ़ाएँ.
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