पीएम मोदी ने अमूल के विकास में नारी शक्ति के योगदान की चर्चा.
आजादी के दशकों बाद श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से देश में पहली बार सहकारिता मंत्रालय की स्थापना हुई. इस दौरान राज्यपाल आचार्य देवव्रत, केंद्रीय पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला, सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल, विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी एवं सहकारिता मंत्री श्री जगदीश विश्वकर्मा की उत्साहवर्धक उपस्थिति रही.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ को स्वर्ण जयंती पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि 50 साल पहले गुजरात के गांवों ने मिलकर सहकारी क्षेत्र में जो पौधा लगाया था, वह आज एक विशाल वटवृक्ष बन गया है और उसकी शाखाएं पूरे देश में फैल गई हैं. उन्होंने कहा, यह मोदी की गारंटी है कि सरकार अमूल को दुनिया की नंबर एक डेयरी बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद देश में कई ब्रांड बने, लेकिन अमूल का विकास अभूतपूर्व रहा, उन्होंने कहा कि अमूल जैसा कोई नहीं, प्रधानमंत्री ने कहा कि आज अमूल ताकत की पहचान बन गया है. इस दौरान उन्होंने शिव मंदिर के दर्शन भी किए.
अमूल के उद्भव के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अमूल की नींव श्री सरदार वल्लभभाई पटेल के मार्गदर्शन में खेड़ा मिल्क यूनियन के रूप में रखी गई थी. समय बीतने के साथ डेयरी सहकारी समितियाँ गुजरात में व्यापक रूप से फैल गईं और धीरे-धीरे गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ का गठन हुआ. उन्होंने कहा कि आज भी अमूल सरकार और सहयोग के बीच तालमेल का एक बेहतरीन उदाहरण है.
जीसीएमएमएफ और अमूल द्वारा हासिल किए गए विकास के बारे में आगे बात करते हुए प्रधान मंत्री ने कहा कि अमूल इस बात का एक बड़ा उदाहरण है कि दूरदर्शी विचारों के साथ लिए गए फैसले अगली पीढ़ी की नियति को कैसे बदल सकते हैं.
अमूल के विकास में नारी शक्ति के योगदान की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति के कारण ही आज अमूल सफलता के शिखर पर है. आज जब भारत `महिला नेतृत्व विकास` के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है, तो भारत के डेयरी सेक्टर की ये सफलता देश के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा बनेगी.
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