प्रकाश आंबेडकर के अनुरोध को मानते हुए ओबीसी प्रदर्शनकारी लक्ष्मण हेक और नवनाथ वाघमारे ने पानी पिया.
आंबेडकर ने इस दौरान ओबीसी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, `हेक और वाघमारे पिछले 8 दिनों से ओबीसी आरक्षण को बचाने के लिए अनशन कर रहे है. मैं कहना चाहता हूं कि शासन को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए.`
उन्होंने आगे कहा, `कई जिलों में आंदोलन चल रहा है और लोग मार्च निकालने की तैयारी कर रहे हैं. राज्य में सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए, लेकिन सरकार ऐसे कदम नहीं उठा रही है.`
आंबेडकर ने बताया कि `हमने पहले की यह साफ कर दिया है कि `ओबीसी आरक्षण अलग होना चाहिए.`
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ओबीसी का आरक्षण केवल ओबीसी के लिए ही होना चाहिए.
बता दें, महाराष्ट्र के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने अनशन पर बैठे ओबीसी कार्यकर्ता से मुलाकात की. उन्होंने इस मौके पर साफ किया कि सरकार किसी के लिए भी आरक्षण के खिलाफ नहीं है.ओबीसी कार्यकर्ता सरकार की उस मसौदा अधिसूचना को रद्द करने की मांग कर रहे हैं जिसमें कुनबी को मराठा समुदाय के सदस्यों के ‘सेज सोयरे’ (रक्त संबंधी) के रूप में मान्यता दी गई है. उन्होंने इस मांग को व्यक्त किया है जिसके अनुसार कुनबी और मराठा समुदाय के बीच विवाद उत्पन्न हो रहा है.
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