शिवसेना (UBT) के नेताओं ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट खेलना राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान है, क्योंकि भारतीय सैनिक सीमाओं पर अपनी जान की आहुति दे रहे हैं. (Pics: Ashish Raje)
उनका मानना है कि देशभक्ति का सम्मान तभी सुरक्षित रहेगा जब अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भी भारतीय भावनाओं का ध्यान रखा जाएगा. पार्टी ने स्पष्ट किया कि क्रिकेट अब केवल खेल नहीं, बल्कि राजनीतिक और राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है.
इस विरोध प्रदर्शन में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद और राष्ट्रभक्ति के मामलों पर किसी भी तरह का समझौता अस्वीकार्य है.
उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस मैच का बहिष्कार करें और देशभक्ति का संदेश पूरी दुनिया के सामने मजबूती से रखें.
प्रदर्शन में शामिल कई लोग भी नारे लगाते हुए इस आंदोलन का समर्थन करते नजर आए.
इससे पहले, शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का विरोध किया था.
उन्होंने कहा कि यह मैच राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान है, क्योंकि सैनिक सीमा पर देश की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर कर रहे हैं.
ठाकरे ने पूरे महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन की घोषणा की और जनता से मैच का बहिष्कार करने का आह्वान किया.
उन्होंने इसे आतंकवाद और राष्ट्रभक्ति का मुद्दा बताया और भाजपा केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. ठाकरे ने कहा कि खेल को देशभक्ति के बहाने पेश करना सही नहीं है.
शिवसेना (UBT) ने साफ किया कि यह विरोध केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि देशभक्ति और नागरिक चेतना को जागरूक करने का प्रयास है.
इस विरोध प्रदर्शन ने मुंबई में राष्ट्रीय भावनाओं और खेल के बीच संबंध पर एक बार फिर ध्यान खींचा और लोगों को अपने दृष्टिकोण व्यक्त करने का अवसर दिया.
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