महाविकास अघाड़ी के तहत कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), और एनसीपी के नेताओं ने इस प्रदर्शन में भाग लिया. कार्यकर्ताओं ने बैनर और पोस्टर लेकर "लोकतंत्र बचाओ" के नारे लगाए और चुनाव प्रक्रिया में ईवीएम की भूमिका पर सवाल खड़े किए. अंधारे ने कहा कि यह सरकार लोगों की इच्छाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करती और इसे लोकतंत्र का मजाक बताया.