वनतारा 2,000 से अधिक पशु प्रजातियों और 1.5 लाख से अधिक बचाए गए, लुप्तप्राय जानवरों का घर है. (तस्वीरें: मिड-डे)
वन्यजीव अस्पताल का प्रधानमंत्री ने वनतारा में दौरा किया और पशु चिकित्सा सुविधाओं को देखा जो एमआरआई, सीटी स्कैन, आईसीयू आदि से सुसज्जित हैं. यहां के वन्यजीव अस्पताल में वन्यजीव एनेस्थीसिया, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एंडोस्कोपी, दंत चिकित्सा, आंतरिक चिकित्सा आदि सहित कई विभाग भी हैं.
पीएम मोदी को वनतारा में, एशियाई शेर शावक, सफेद शेर शावक, क्लाउडेड तेंदुए शावक जो एक दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजाति है, कैराकल शावक (एक प्रकार की जंगली बिल्ली) सहित जानवरों की विभिन्न प्रजातियों के साथ खेलते देखा गया और पीएम ने इन शावकों को दूध भी पिलाया.
इस तस्वीर में पीएम मोदी जिस सफेद शेर के बच्चे को बोतल से दूध पिला रहे हैं, उसका जन्म उसकी मां को बचाने और वंतारा में लाए जाने के बाद केंद्र में हुआ था.
कैराकल, जो कभी भारत में घातक अनुपात में देखे जाते थे, अब दुर्लभ होते जा रहे हैं. वनतारा में, कैराकल को उनके संरक्षण के लिए प्रजनन कार्यक्रम के तहत पाला जाता है और बाद में जंगल में छोड़ दिया जाता है.
अस्पताल के एमआरआई कक्ष का पीएम ने दौरा किया और एक एशियाई शेर को एमआरआई कराते हुए देखा. उन्होंने उस ऑपरेशन थिएटर का भी दौरा किया जहां राजमार्ग पर एक कार की चपेट में आने के बाद एक तेंदुए की जीवन रक्षक सर्जरी की जा रही थी और उसे बचाए जाने के बाद यहां लाया गया था.
केंद्र में बचाए गए जानवरों को ऐसी सेटिंग में रखा जाता है जो उनके प्राकृतिक आवास को बारीकी से दर्शाता है. केंद्र में की गई कुछ प्रमुख संरक्षण पहलों में एशियाई शेर, हिम तेंदुआ, एक सींग वाला गैंडा आदि शामिल हैं.
विभिन्न जानवरों को पीएम करीब से देखते और उन्हें समझने की कोशिश करते नजर आए. उन्हें एक ही कमरे में एक गोल्डन टाइगर, एक सर्कस से बचाए गए 4 स्नो टाइगर, एक सफेद शेर और एक स्नो लेपर्ड के साथ खेलते देखा गया था.
चिंपांज़ी के बारे में जानने के साथ-साथ प्रधानमंत्री ने एक ओकापी जानवर को भी पाला. इन चिंपैंजी को पालतू जानवर के रूप में रखा जाता था. पीएम मोदी ने चिंपैंजी को गले लगाया और ऑरंगुटान के साथ प्यार से खेला, जो पहले एक भीड़भाड़ वाली सुविधा में रहते थे, पानी के नीचे दरियाई घोड़े को करीब से देखा, मगरमच्छों को देखा, जेब्रा के बीच चले, जिराफ और गैंडे के बछड़ों को खाना खिलाया. केंद्र में अपनी मां की मृत्यु के बाद अनाथ हुए एक सींग वाले गैंडे के बछड़े से भी पीएम मोदी ने मुलाकात की.
उन्होंने एक बड़ा अजगर, एक अनोखा दो सिर वाला सांप, एक दो सिर वाला कछुआ, एक टैपिर, तेंदुए के बच्चे जिन्हें एक खेत के मैदान में छोड़ दिया गया था और बाद में ग्रामीणों द्वारा बचाया गया था, विशाल सील, ऊदबिलाव और बोंगो (हिरन) भी देखे. उन्होंने हाथियों को एक विशाल जलकुंड में स्नान करते हुए भी देखा.
उस स्थान का भी प्रधानमंत्री ने दौरा किया जहां गठिया और पैरों की समस्याओं से पीड़ित हाथियों के इलाज के लिए हाइड्रोथेरेपी पूल का उपयोग किया जाता है. उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े ऐसे अस्पताल हाथी अस्पताल की कार्यप्रणाली भी देखी. उन्होंने बचाए गए तोतों को भी केंद्र में छोड़ दिया. प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों, सहायक कर्मचारियों और केंद्र में विभिन्न सुविधाएं चलाने वाले श्रमिकों से भी बातचीत की.
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