Updated on: 06 November, 2024 09:44 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष पद संभालने के साथ, बीसीसीआई सचिव के लिए दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रोहन जेटली का नाम सबसे आगे है.
जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद, रोहन जेटली बीसीसीआई के सचिव पद के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में उभरे.
बीसीसीआई के सचिव के रूप में जय शाह की विदाई के बाद, दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रोहन जेटली इस पद के लिए प्रमुख दावेदार बनकर उभरे हैं. जय शाह, जिन्होंने अपने कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, अब 1 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष का पद संभालने जा रहे हैं. यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि इस बदलाव से न केवल घरेलू क्रिकेट के संचालन पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि पर भी प्रभाव पड़ेगा.
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जय शाह का कार्यकाल बीसीसीआई के सचिव के रूप में भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद सफल रहा है. उन्होंने घरेलू क्रिकेट ढांचे को सुधारने के साथ-साथ विश्व स्तर पर भारतीय क्रिकेट की साख को बढ़ाने में अहम योगदान दिया. उनके नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और उनके निर्णयों को व्यापक सराहना मिली है. आईसीसी अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति से भारत को वैश्विक क्रिकेट में एक मजबूत प्रतिनिधित्व मिलेगा, जिससे भारतीय क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी.
अब, बीसीसीआई के सचिव पद के लिए रोहन जेटली का नाम आगे आ रहा है. रोहन जेटली, जो दिवंगत नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के पुत्र हैं, डीडीसीए के अध्यक्ष के रूप में अपनी प्रभावी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने डीडीसीए में सुधार और पारदर्शिता लाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. उनकी नेतृत्व क्षमता, नई दृष्टि और युवा जोश बीसीसीआई के सचिव पद के लिए उन्हें एक योग्य उम्मीदवार बनाते हैं. उनके आने से बीसीसीआई में नई ऊर्जा का संचार होने की संभावना है, जो भारतीय क्रिकेट के विकास के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.
अगर रोहन जेटली सचिव पद संभालते हैं, तो उनके सामने कई चुनौतियाँ होंगी. उन्हें घरेलू क्रिकेट को और अधिक व्यापक बनाना, खिलाड़ियों के लिए नई योजनाओं का निर्माण करना और भारतीय क्रिकेट की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत स्थिति बनाए रखने के लिए रणनीतिक फैसले लेने होंगे. उन्हें जय शाह द्वारा शुरू किए गए सुधारों को आगे बढ़ाना होगा, साथ ही अपने दृष्टिकोण से नए बदलाव भी लाने होंगे.
जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने और रोहन जेटली के बीसीसीआई सचिव बनने की संभावना से भारतीय क्रिकेट को दोहरे स्तर पर मजबूती मिलेगी. यह नया नेतृत्व भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का वादा करता है, और इस बदलाव से प्रशंसकों में भी एक नई उम्मीद जागी है. इस नेतृत्व बदलाव से भारतीय क्रिकेट को नए अवसरों और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जा रहा है, जिससे देश में क्रिकेट का विकास और प्रभाव और भी मजबूत होगा.
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