Updated on: 10 August, 2024 05:44 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट मामले की सुनवाई 9 अगस्त को पूरी हो गई थी. इस पर फैसला आज आएगा. CAS की एडहॉक डिवीजन ने निर्णय देने के लिए समय सीमा भारतीय 9.30 बजे तक के लिए बढ़ा दी है.
विनेश फोगाट (फाइल फोटो)
Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट मामले की सुनवाई 9 अगस्त को पूरी हो गई थी. इस पर फैसला आज आएगा. CAS की एडहॉक डिवीजन ने निर्णय देने के लिए समय सीमा भारतीय 9.30 बजे तक के लिए बढ़ा दी है. विनेश को मेडल मिलेगा या नहीं. एड हॉक पैनल को फैसला सुनाने के लिए 24 घंटे का समय दिया जाता है.
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क्या होता है CAS
कोल्ट ऑफ अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट Court of Arbitration For Sports (CAS) दुनिया भर में खेलों के लिए बनाई गई संस्था है. इसका काम खेल से जुड़े सभी कानूनी विवादों का निपटारा करना है. 1984 में स्थापित अंतरराष्ट्रीय निकाय काम खेल से संबंधित विवादों की मध्यस्थता कर विवादों को निपटाने का काम करता है. (Paris Olympics 2024)
अपनी दलील में क्या बोली विनेश फोगाट
सभी पक्षों को सुनाई के दौरान विस्तृत तर्क दाखिल करने और फिर मौखिक तर्क रखने का अवसर दिया गया. विनेश फोगाट ने दलील दी कि उन्होंने कोई धोखाधड़ी नहीं की. उनका वजन बढ़ना नेचुरली रिकवरी प्रक्रिया के कारण हुआ था. विनेश ने दलील दी अपने शरीर की देखभाल करना एथलीट का मौलिक अधिकार है. विनेश की ओर ये भी तर्क दिया गया कि प्रतियोगिता से पहला उनका वजन निर्धारित सीमा से कम था. वजन रिकवरी के कारण बढ़ा जो धोखाधड़ी का मामला नहीं है. (Paris Olympics 2024)
रेसलिंग फाइनल राउंड से हो गईं थीं बाहर
विनेश फोगाट को ओलंपिक 2024 की महिला 50 किलो की कैटेगरी से फाइनल राउंड में 100 ग्राम ज्यादा होने पर बाहर कर दिया गया था. वह ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया था. सुबह तक उनका रजत पदक पक्का लग रहा था लेकिन उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया. इसके बाद विनेश को एक क्लीनिक में एडमिट कराया गया क्योंकि उनके शरीर में पानी की कमी हो गई थी. इसके बाद उन्होंने अपने लिए सिल्वर मेडल की मांग की. (Paris Olympics 2024)
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