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भारत में एनिमल हेल्थकेर सेवा का नवीन युग सुरू करा! वेटरिनरी वेक्सिन मेकर्स ने VVIMA का उल्लेख केला

Updated on: 29 September, 2025 12:07 PM IST | Mumbai
Bespoke Stories Studio | bespokestories@mid-day.com

VVIMA भारत में वेटरिनरी वैक्सीन उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन है, जो इनोवेशन, गुणवत्ता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देता है।

VVIMA members with Minister of State Prof. S. P. Singh Baghel, Department of Animal Husbandry & Dairying

VVIMA members with Minister of State Prof. S. P. Singh Baghel, Department of Animal Husbandry & Dairying

भारत के एनिमल हेल्थकेर सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, वेटरिनरी वेक्सिन ईन्डिया मेन्युफेक्चर्स एसोसिएशन ने मिलकर वेटरिनरी वेक्सिन ईन्डिया मेन्युफेक्चर्स एसोसिएशन (VVIMA के गठन की घोषणा की है। VVIMA एक नोन-गवर्नमेन्ट, नोन-प्रोफिट ओर्गेनाईझेशन है जो भारत में वेटरिनरी वेक्सिन मेन्युफेक्चर्स का समूह है, जो कलेक्टिव वोईस के रूप में सर्विस प्रोवाईड करेगा।


Highlights:-

  • भारत में वेटरिनरी वेक्सिन मार्केट का अनुमानित मूल्य 20 बिलियन रुपये (2,000 करोड़ रुपये) है, जबकि वर्ल्ड वेटरिनरी वेक्सिन मार्केट का अनुमानित मूल्य 1,000 बिलियन रुपये (1 लाख करोड़ रुपये) से अधिक है।
  • भारत में आठ निजी क्षेत्र के वेटरिनरी वेक्सिन मेन्युफेक्चरर्स और कई सरकारी स्वामित्व वाली वेटरिनरी वेक्सिन मेन्युफेक्चरिंग युनिट्स हैं।
  • भारत में वेटरिनरी वेक्सिन मुर्गी, गाय, भेड़, बकरी, पीग और पेट्स की बीमारियों के लिए बनाए जाते हैं।

यह संगठन वेटरिनरी वेक्सिन में ईनोवेशन, क्वोलिटी मेन्युफेक्चरिंग और ग्लोबल कोम्पेटिटिवनेस के लिए एक सक्षम ईकोसिस्टम बनाने हेतु नीति निर्माताओं, नियामकों और हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करेगा। इसका उद्देश्य भारत को एनिमल वेक्सिन के रिसर्च, डेवलोपमेन्ट और मेन्युफेक्चरिंग के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना है।

वन हेल्थ कोन्सेप्ट को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध, VVIMA इफेक्टिव ईम्युनाईझेशन स्ट्रेटेजिस के माध्यम से एनिमल हेल्थ को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे पशुओं में बीमारी के जोखिम, पशुओं और मनुष्यों के बीच रोग संचरण के जोखिम को कम किया जा सकेगा और ग्रामीण भारत में पशुपालन से जुड़े लोगों की आय में सुधार होगा। 

25 सितंबर को दिल्ली में VVIMA के संस्थापक सदस्यों और पशुपालन एवं डेयरी विभाग के बीच एक बैठक हुई, जिसमें राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल, सचिव श्री नरेश पाल गंगवार, पशुपालन आयुक्त डॉ. प्रवीण मलिक और अतिरिक्त सचिव सुश्री वर्षा जोशी ने VVIMA की कमिटमेन्ट व्यक्त की।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप, VVIMA रिसर्च एवं डेवलोपमेन्ट, प्रौद्योगिकी अधिग्रहण, ईन्नोवेशन और मजबूत आपूर्ति-श्रृंखला के माध्यम से एनिमल वेक्सिन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करेगा, जिसका व्यापक लक्ष्य भारत को वेटरिनरी वेक्सिन्स का वैश्विक सप्लायर बनाना है।

उद्योग परिदृश्य:

  1. भारतीय पशु जनसंख्या इस प्रकार है:

Species

In million

In crore

Species

In million

In crore

Cattle

193.46

19.35

Swine

09.06

00.91

Buffalo

109.85

10.99

Camel

00.25

00.03

Sheep

74.26

7.43

Poultry (without backyard population)

851.81

85.18

Goat

148.88

14.89

 

 

 

  1. भारत में वेटरिनरी वेक्सिन मार्केट अंदाजित 20 बिलियन रुपये (2,000 करोड़ रुपये) का होने का अनुमान है। जबकि विश्व पशु चिकित्सा टीका बाजार 1,000 बिलियन रुपये (1 लाख करोड़ रुपये) से अधिक का होने का अनुमान है।
  2. भारत में आठ निजी क्षेत्र के वेटरिनरी वेक्सिन मेन्युफेक्चर्स और कई सरकारी स्वामित्व वाली वेटरिनरी वेक्सिन मेन्युफेक्चरिंग युनिट्स हैं।
  3. भारत में वेटरिनरी वेक्सिन मुर्गी, ढोर, भेड़, बकरी, पीग और पालतू जानवरों की बीमारियों के लिए बनाए जाते हैं।
  4. विभिन्न राष्ट्रीय और राज्य टीकाकरण कार्यक्रमों के अंतर्गत, भारत सरकार फूट एन्ड माउथ डिसिस FMD, ब्रुसेलोसिस, पेस्ट डेस पेटिट्स रूमिनेंट्स PPR, गोट पोक्स के लीए और क्लासिकल स्वाइन फीवर के लिए वेक्सिन खरीदती और वितरित करती है; ये सभी वेक्सिन घरेलू स्तर पर निर्मित होते हैं, और मुख्यतः निजी क्षेत्र द्वारा आपूर्ति किए जाते हैं।
  5. भारत ढोर, भेड़ों, बकरियों और पीग के लिए वेटरिनरी वेक्सिन में आत्मनिर्भर है।
  6. भारत ढोर, भेड़ों, बकरियों, मुर्गी और घरेलू पशुओं के लिए वेक्सिन का एक्सपोर्ट करता है।
  7. भारत थोड़ी मात्रा में मुर्गी पालन के टीकों का निर्यात करता है, हालाँकि भारत मुर्गी पालन और घरेलू पशुओं के लिए कुछ टीकों का आयात भी करता है।

हेस्टर बायोसाइंसेज लिमिटेड के CEO एवं मेनेजिंग डिरेक्टर तथा VVIMA के अध्यक्ष श्री राजीव गांधी ने कहा, "वेटरिनरी वैक्सिन इंडिया मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन - VVIMA का पहला अध्यक्ष चुना जाना मेरे लिए गर्व की बात है। VVIMA भारत में वेटरिनरी वेक्सिन मेन्युफेक्चरर्स का कलेक्टिव वोइस बनेगा। VVIMA पोलिसी मेकर्स, नियामकों और हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर एक ऐसे दृष्टिकोण की दिशा में काम करेगा जो इन्नोवेशन को बढ़ावा दे, गुणवत्तापूर्ण उत्पादन सुनिश्चित करे और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाए, जिससे भारत को वेटरिनरी वेक्सिन के सेन्टर के रूप में स्थापित करने का इसका स्पष्ट उद्देश्य पूरा हो सके। VVIMA पशु और पोल्ट्री स्वास्थ्य में प्रभावी टीकाकरण के महत्व को उजागर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जो न केवल पशुओं को बीमारियों से बचाने पर बल्कि मानव स्वास्थ्य की रक्षा पर भी केंद्रित होगा, जिससे जूनोटिक संक्रमणों का जोखिम कम होगा।"

VVIMA members with Secretary Mr. Naresh Pal Gangwar, Department of Animal Husbandry & Dairying

इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के मेनेजिंग डिरेक्टर और VVIMA के उपाध्यक्ष डो. के. आनंद कुमार ने कहा: "VVIMA की स्थापना भारत में वेटरिनरी वेक्सिन ईन्डस्ट्री को प्रभावित करने वाले आंतरिक और बाह्य कारकों को ध्यान में रखते हुए की गई है। VVIMA भारत को पशु चिकित्सा टीकों का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए आवश्यक नीतिगत सुझाव प्रदान करेगा। हम एनिमल हेल्थ सेक्टर में भी ऐसा ही करने की योजना बना रहे हैं, जैसे की भारत वर्तमान में ह्युमन वेक्सिनेशन सेक्टर में अग्रणी है।"

वेंकटेश्वर हैचरीज़ प्राइवेट लिमिटेड के महाप्रबंधक और VVIMA के सदस्य डो. संजय गावकारे ने कहा कि "भारत के वेटरिनरी वेक्सिन मेन्युफेक्चरर्स की कलेक्टिव वोइस के रूप में, VVIMA एनिमल हेल्थ सेक्टर में क्रांति लाने और वन हेल्थ दृष्टिकोण के माध्यम से मानव कल्याण की रक्षा करने के लिए तत्पर है। ईन्नोवेशन को बढ़ावा देकर, गुणवत्ता सुनिश्चित करके और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाकर, VVIMA भारत को एक वैश्विक पशु चिकित्सा टीका केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। एनिमल हेल्थ और प्रभावी टीकाकरण को प्राथमिकता देने पर ज़ोर देते हुए, VVIMA निम्नलिखित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा - (i) पशुओं को बीमारियों से बचाना (ii) जूनोटिक संक्रमणों के जोखिम को कम करना (iii) वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देना।"

संस्थापक सदस्य

  1. बायोवेट प्राइवेट लिमिटेड
  2. ब्रिलियंट बायो फार्मा प्राइवेट लिमिटेड
  3. ग्लोबियन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
  4. हेस्टर बायोसाइंस लिमिटेड
  5. इंडियन इम्यूनोलॉजिकल लिमिटेड
  6. इंडोवैक्स प्राइवेट लिमिटेड
  7. वेंकटेश्वर हैचरीज़ प्राइवेट लिमिटेड

पदाधिकारी

प्रेसिडन्ट: राजीव गांधी, हेस्टर बायोसाइंस लिमिटेड के सीईओ और प्रबंध निदेशक

वाईस प्रेसिडन्ट: डॉ. के. आनंद कुमार, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक

About VVIMA - https://vvima.in/

वेटरिनरी वेक्सिन इंडिया मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन VVIMA एक नोन-गवर्नमेन्ट, नोन-प्रोफिट ओर्गेनाईझेशन है। यह भारत में एनिमल वेक्सिक मेन्युफेक्चर्स का एक संघ है, जो एक कलेक्टिव वोइस के रूप में कार्य करता है। यह संगठन नीति निर्माताओं, नियामकों और हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करता है। ताकि एनिमल वेक्सिनेसन सेक्टर में इन्नोवेशन, हाई क्वोलिटी मेन्युफेक्चरिंग और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा सके।

VVIMA का लक्ष्य भारत को एनिमल वेक्सिन के अनुसंधान, विकास और उत्पादन का वैश्विक केंद्र बनाना है। यह संगठन वन हेल्थ पहल के विझन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे न केवल पशुओं में बीमारियों का खतरा कम होता है, बल्कि पशुओं और मनुष्यों के बीच रोग संचरण का जोखिम भी कम होता है। VVIMA की वेक्सिनेशन पोलिसी के माध्यम से ग्रामीण भारत में पशुपालन से जुड़े लोगों की आय में वृद्धि की संभावना है।

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