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120 बहादुर` में रेज़ांग ला की लड़ाई के 5 हैरान कर देने वाले क्षण, फरहान अख्तर की बहादुरी से भरपूर फिल्म

Updated on: 07 July, 2025 02:57 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

फरहान अख्तर की आगामी फिल्म `120 बहादुर` 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान रेज़ांग ला की सच्ची और कम सुनी गई कहानी को दर्शाएगी.

120 बहादुर फिल्म

120 बहादुर फिल्म

फरहान अख्तर की आने वाली फिल्म 120 बहादुर भारतीय सेना की एक सच्ची लेकिन कम सुनी गई कहानी को दिखाएगी यानी रेज़ांग ला की लड़ाई. यह फिल्म 1962 के भारत-चीन युद्ध के समय की है, जब बहुत सर्दी थी. इस कहानी में 13 कुमाऊं रेजीमेंट के 120 भारतीय सैनिकों ने बहुत बड़ी चीनी सेना का बहादुरी से सामना किया. फिल्म दिखाएगी कि कैसे इन जवानों ने हिम्मत और जोश से लड़ाई लड़ी.

यहाँ रेज़ांग ला की लड़ाई से जुड़ी 5 ज़बरदस्त और सच्ची बातें हैं, जिन्हें फ़िल्म 120 बहादुर बड़े ही दमदार अंदाज़ में पर्दे पर दिखाएगी:


>>120 जवानों ने रोकी पूरी चीनी रेजिमेंट


कम हथियारों और सैनिकों की संख्या में बहुत कम होने के बावजूद, हरियाणा के अहीर बहुल 120 भारतीय जवानों ने पूरी चीनी रेजिमेंट को कई हमलों में रोके रखा. मेजर शैतान सिंह की निडर अगुवाई में यह मोर्चा इतना मज़बूती से संभाला गया कि इसे आज भी सैन्य इतिहास की सबसे बहादुर "अंतिम लड़ाइयों" में गिना जाता है.

>> 1,000 से ज़्यादा दुश्मन सैनिकों को किया ढेर


कम हथियारों के बावजूद रेजांग ला के वीरों ने करीब 1,000 चीनी सैनिकों को मार गिराया. उनकी मजबूत रणनीति और अटूट हिम्मत ने इस लड़ाई को एक बड़ी हार बनने से बचा लिया और इसे एक मिसाल बना दिया.

>> हमारे जवानों ने 1200 दुश्मनों को मार गिराया

रेजांग ला के वीरों ने हजारों की तादाद वाली चीनी सेना के सामने डटकर मुकाबला किया. करीब 3,000 सैनिकों वाली चीनी रेजिमेंट में से हमारे 120 जवानों ने 1,200 को मार गिराया. यह इतिहास की सबसे हैरान कर देने वाली हारों में से एक मानी जाती है.

>> उन्होंने –10°C की भयंकर ठंड में लड़ा मुकाबला

करीब 16,000 फीट की ऊंचाई पर लड़ रहे कुमाऊं रेजिमेंट के जवानों ने सिर्फ गोलियों से ही नहीं, बल्कि हड्डियों को जमा देने वाली ठंड से भी जंग लड़ी. जब उंगलियाँ ठिठुर कर ट्रिगर दबा रही थीं और बर्फ में जमे जूते चट्टानों से चिपके हुए थे, तब यह जंग मानो बर्फीले नर्क में लड़ी जा रही थी.

>> शरीर महीनों बाद मिले — गोलियां चलाते हुए उसी स्थिति में जमे हुए

जंग के महीनों बाद, एक लद्दाखी चरवाहा जब गलती से उस स्थान पर पहुंचा, तो उसने देखा कि भारतीय सैनिकों के शव अब भी अपनी बंदूकें थामे हुए थे, गोली चलाने की स्थिति में जमे हुए. यह नजारा उनकी अंतिम वीरता और साहस की दर्दनाक लेकिन गर्वभरी गवाही देता है.

अब इन वीर सपूतों की असाधारण कहानी ‘120 बहादुर’ में जीवंत हो रही है, जिसमें फरहान अख्तर मेजर शैतान सिंह भाटी (PVC) की भूमिका निभा रहे हैं. इस फिल्म का निर्देशन रजनीश ‘रेज़ी’ घई ने किया है और इसे रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर (एक्सेल एंटरटेनमेंट) और अमित चंद्रा (ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज) ने प्रोड्यूस किया है.

`120 बहादुर`, एक एक्सेल एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन, सिनेमाघरों में 21 नवंबर 2025 को रिलीज़ हो रही है.

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